100 छात्रों की तबियत खराब, फिर भी मामला दबाना चाहता था लॉयड कॉलेज, हुआ हंगामा

ग्रेटर नोएडा फूड प्वाइजनिंग केस : 100 छात्रों की तबियत खराब, फिर भी मामला दबाना चाहता था लॉयड कॉलेज, हुआ हंगामा

100 छात्रों की तबियत खराब, फिर भी मामला दबाना चाहता था लॉयड कॉलेज, हुआ हंगामा

Tricity Today | फूड प्वाइजनिंग केस :

Greater Noida News : शिवरात्रि पर कुट्टू का आटा खाने से लॉयड कॉलेज के करीब 100 स्टूडेंट्स समेत कई कॉलेज और हॉस्टल के करीब 350 छात्र फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इस मामले को लॉयड कॉलेज के प्रबंधन ने दबाने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने इसका विरोध किया। जिसकी वजह से हंगामा भी हुआ था। अब मामला पुलिस के अलावा प्रशासन के पास भी पहुंच गया है।

रिंकल शुक्ला ने बताई सच्चाई
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से मैनपुरी के रहने वाले रिंकल शुक्ला लॉयड कॉलेज में पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि पर शाम के समय कुट्टू के आटे की पूरी खाई थी। उसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। सबसे पहले उनको उल्टी हुई थी और पेट में दर्द की समस्या पैदा हुई। हॉस्टल वालों ने उसको एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट करवाया गया।

स्वास्थ्य विभाग की जांच जारी
एक खबर के मुताबिक रिंकल शुक्ला ने बताया कि अस्पताल से हॉस्टल प्रबंधक ने यह कहा कि इनको तत्काल डिस्चार्ज किया जाए। जबकि उनकी तबीयत बेहद ज्यादा खराब थी। इसलिए उन्होंने इसका विरोध किया। बाद में वह खुद के पैसों से यथार्थ अस्पताल में एडमिट हुए। पुलिस के द्वारा इस मामले में हर एंगल से जांच की जा रही है। इसके अलावा इस बात की स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है कि कुट्टू का आटा कहां से आया था।

क्या है पूरा मामला
यह पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक शिवरात्रि पर लॉयड और एपीजे कॉलेज समेत कुछ हॉस्टल में रहने वाले छात्र अचानक बीमार हो गए। उसको इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग अस्पताल में एडमिट करवाया गया। उसके बाद अस्पताल की तरफ से मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल के डॉक्टरों से बातचीत की गई। जिसमें पता चला कि सभी छात्र फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए।

कैसे हुए फूड प्वाइजनिंग का शिकार?
पुलिस ने कुछ बीमार छात्रों से पूछताछ की तो पता चला कि उन्होंने शिवरात्रि पर कुट्टू का आटा खाया था। जिसके बाद उनकी तबियत खराब हुई। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि सभी स्टूडेंट्स फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। बताया जा रहा है कि करीब 350 स्टूडेंट्स फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए। जिसमें से कुछ को कैलाश अस्पताल और कुछ छात्रों को जिम्स में एडमिट करवाया गया।

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