Greater Noida : अब गलगोटिया समूह एजुकेशन और हॉस्पिटेलिटी के बाद रियल एस्टेट कारोबार में कदन रखने जा रहा है। गलगोटिया इंफ्रा ने रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा विकास के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) के साथ समझौता किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य को वन ट्रिलियन यूएस डॉलर इकोनॉमी बनाना चाहते हैं। जिसके लिए 10 फरवरी से लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा। उससे पहले राज्य सरकार देश और दुनिया के तमाम उद्यमियों से निवेश मांग रही है। इसी सिलसिले में गलगोटिया समूह और यमुना अथॉरिटी में करार हुआ है।
510 करोड़ रुपये का निवेश करेगी कंपनी
समूह के प्रवर्तक सुनील गलगोटिया ने बताया, "इस समझौते के तहत गलगोटिया इंफ्रा यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के करीब एयरोसिटी में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट लाएगी। इसमें गोदाम, होटल, आवास और अस्पताल परियोजनाएं शामिल हैं। कंपनी अगले 3 वर्षों में 510 करोड़ रुपये का निवेश इन परियोजनाओं में करेगी।" उन्होंने आगे कहा, "मैं कई दशकों से गौतमबुद्ध नगर में काम कर रहा हूं। राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद माहौल बेहद सकारात्मक रूप से बदला है। उद्यमियों में यूपी के प्रति भरोसा बढ़ा है।"
8,200 लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार
गलगोटिया इंफ्रा के निदेशक ध्रुव गलगोटिया ने बताया कि इस निवेश से 2,200 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और लगभग 6,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे।" गलगोटियास इन्फ्रा नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास एयरोसिटी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए काम करेगी। यह इलाका आने वाले दिनों में घर खरीदारों, छात्रों, यात्रियों और आगंतुकों को लुभाएगा। यहां अपार संभावनाएं जन्म ले रही हैं। कंपनी वैश्विक स्तर पर छात्र और व्यावसायिक यात्रियों जरूरतों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए आगे आई है। कपनी स्मार्टफोन एक्सेस और एआई बेस्ड होटल विकसित करने की योजना बना रही है।
एजुकेशन सेक्टर का इंटरनेशनल ब्रांड
गलगोटिया समूह ग्रेटर नोएडा में कई शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय का संचालन करता है। यह समूह एजुकेशन सेक्टर का इंटरनेशनल ब्रांड है। सुनील गलगोटिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य को ज्ञान और आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। सुनील गलगोटिया ने कहा कि यह निवेश मुख्य रूप से नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास एयरोसिटी में चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।