ग्रेटर नोएडा के बड़े अस्पताल ने इलाज के नाम पर वसूले 3.39 लाख ज्यादा, ग्रीवांस कमेटी ने दिया कार्रवाई का आदेश

BIG NEWS: ग्रेटर नोएडा के बड़े अस्पताल ने इलाज के नाम पर वसूले 3.39 लाख ज्यादा, ग्रीवांस कमेटी ने दिया कार्रवाई का आदेश

ग्रेटर नोएडा के बड़े अस्पताल ने इलाज के नाम पर वसूले 3.39 लाख ज्यादा, ग्रीवांस कमेटी ने दिया कार्रवाई का आदेश

Google Image | अस्पताल ने इलाज के नाम पर वसूले 3.39 लाख ज्यादा

ग्रेटर नोएडा में स्थित यथार्थ हॉस्पिटल ने एक बार फिर सरकार द्वारा तय रेट से ज्यादा बिल लिया है। पीड़ित ने गौतमबुद्ध नगर ग्रीवांस कमेटी को इस संबंध में शिकायत दी थी। जिसकी जांच के बाद पाया गया कि हॉस्पिटल ने पीड़ित से 3,39,000 रुपये ज्यादा वसूले हैं। अब कमेटी ने गौतमबुध नगर के सीएमओ डॉ दीपक ओहरी को आदेश देते हुए कहा है कि पीड़ित को ज्यादा ली गई धनराशि वापस कराई जाए। इस संबंध में 10 दिन के अंदर कमेटी को रिपोर्ट पेश करनी है। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने इस बारे में जानकारी दी।

ग्रीवांस कमेटी ने की बैठक
कमेटी की बैठक में प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुशील कुमार, सदस्य दिवाकर सिंह, प्रोफेसर डॉक्टर जी डी त्रिपाठी और गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ की ओर से नामित अधिकारी डॉ ललित, डॉ सुनील दोहरे तथा डॉक्टर अनिल गुप्ता उपस्थित रहे। पीड़ित कमल त्यागी ने बताया कि उनके पिता नरेंद्र त्यागी को 15 अप्रैल को यथार्थ हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा में भर्ती कराया गया था। 7 मई को नरेंद्र तिवारी को वहां से डिस्चार्ज किया गया। तीन दिन बाद 10 मई को उनकी मौत हो गई। 


15 अप्रैल को भर्ती कराया गया
शिकायतकर्ता ने बताया कि हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान 15 अप्रैल से 28 अप्रैल तक मरीज को आईसीयू बाईपैप पर रखा गया और वह 13 दिन तक उस पर रहे। 29 अप्रैल से 7 मई, 9 दिन तक उन्हें बिना बाईपैप वेंटीलेटर पर रखा गया। इसके लिए पीड़ित से कुल 3,69,000 रुपये लिया गया। अस्पताल ने पैथोलॉजी जांच के लिए 1,72,460 रुपए, रेडियोलोजी जांच के लिए 8670 रुपए, पल्मनोलॉजिस्ट विजिटिंग चार्ज के लिए 33000 रुपए और फार्मेसी के लिए 1,73,964 रुपये लिए गए। 

सरकार से तय दरों से ज्यादा का बिल दिया
इस तरह पीड़ित से कुल 8 लाख रुपये का भुगतान कराया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि 13 अप्रैल को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक इन खर्चों की कीमत 3 लाख 69 हजार बनती है। ग्रीवांस कमेटी ने इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया। बाद में शिकायतकर्ता और हॉस्पिटल मैनेजमेंट को बुलाकर वार्ता की गई। जिसके पश्चात यह पाया गया कि यथार्थ हॉस्पिटल प्रबंधन ने राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से ज्यादा पैसा लिया है। 

वापस कराएं या कार्रवाई करें
कमेटी ने कहा है कि मृतक नरेंद्र त्यागी के परिजनों से इलाज के दौरान 3,39,000 ज्यादा वसूले गए हैं। गौतमबुध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीड़ित को अतिरिक्त ली गई धनराशि वापस दिलाने की कार्यवाही करें। अगर अस्पताल प्रबंधन इसमें आनाकानी करता है, तो उसके खिलाफ सुसंगत कानूनों के तहत कार्रवाई की जाए। कमेटी ने 10 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट सबमिट करने का आदेश दिया है।

शर्मा हॉस्पिटल को मिली राहत, शिकायत वापस ली
गौतमबुद्ध नगर पैन्डेमिक पब्लिक ग्रीवांस कमेटी ने ग्रेटर नोएडा में स्थित शर्मा हॉस्पिटल को राहत दी है। दरअसल शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत वापस ले ही। यह पाया गया कि उसने अस्पताल पर दबाव बनाने के लिए आरोप लगाए थे। इसलिए कमेटी ने शर्मा हॉस्पिटल को राहत दी है। शिकायतकर्ता लोकेंद्र ने कहा था कि उसकी पत्नी सीमा देवी का ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-2 में स्थित शर्मा अस्पताल में कोरोना संक्रमण का इलाज चल रहा था। 10 मई 2021 को सीमा देवी की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसकी पत्नी का शव देने से पहले मृतका के कान की बाली निकाल ली थी। 

अस्पताल प्रबंधन ने दिया जवाब
इस बारे में अस्पताल प्रबंधन को नोटिस दिया गया। इसके जवाब में मैनेजमेंट ने कहा कि शिकायतकर्ता लोकेंद्र ने अस्पताल के समक्ष अपना बयान दिया है। उसने कहा है कि वह अपनी गरीबी के चलते बकाया बिल चुकाने में सक्षम नहीं था। बिल माफ कराने और हॉस्पिटल पर दबाव बनाने के उद्देश्य से उसने बाली चोरी का आरोप लगाया था। उसने खुद यह स्वीकार किया। बाद में उसने अपनी शिकायत भी वापस ले ली। कमेटी ने जांच के बाद अस्पताल को राहत दी है। शिकायतकर्ता पर 65 हजार का बिल बकाया था। अस्पताल ने 50 हजार रुपये माफ कर दिया है। अब उसे एक साल के अंदर 15 हजार रुपये अदा करने हैं।

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