एसआईटी के साथ किसानों की बैठक शुरू, सहमति बनने की उम्मीद

ग्रेटर नोएडा लीजबैक मामलाः एसआईटी के साथ किसानों की बैठक शुरू, सहमति बनने की उम्मीद

एसआईटी के साथ किसानों की बैठक शुरू, सहमति बनने की उम्मीद

Tricity Today | एसआईटी और किसानों के बीच चौथे दौर की बातचीत शुरू हो गई है

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से जुड़े लीजबैक मामले को लेकर गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के साथ आंदोलन कर रहे किसानों की मीटिंग शुरू हो गई है। यह चौथे दौर की बातचीत है। इससे पहले दो बार विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह और जिलाधिकारी सुहास एलवाई के साथ किसानों की बेनतीजा वार्ता हो चुकी है। तीसरे दौर की बैठक बुधवार को राज्य के इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर आलोक टंडन के साथ हुई थी। आलोक टंडन के साथ हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि किसानों की बात पर सकारात्मकता के साथ फैसला लिया जाएगा। इसके लिए किसानों और सिफारिश सौंपने वाली एसआईटी के बीच गुरुवार को वार्ता होगी।

ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने गलत ढंग से बाहरी लोगों को बड़े आवासीय भूखंड वापस लौटाए हैं। यह शिकायत करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से लीजबैक मामलों की शिकायत की गई थी। इस शिकायत की जांच करने के लिए शासन ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया था। इस एसआईटी ने करीब एक महीना पहले अपनी सिफारिश शासन को सौंप दी थीं। जिसमें कहा गया है कि जिन किसानों को लीजबैक का लाभ दिया गया है, उन्हें भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष मिलने वाले आवासीय भूखंडों का लाभ नहीं दिया जा सकता है। विकास प्राधिकरण की आवासीय योजनाओं में मिलने वाला आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। साथ ही जिन लोगों की शिकायत की गई थी, उन्हें एसआईटी ने क्लीन चिट दे दी है। 

इसके खिलाफ ग्रेटर नोएडा में 43 गांवों के सैकड़ों किसान लामबंद हो गए। पंचायतों का दौर चला और अंततः 4 दिन पहले सैकड़ों किसान विकास प्राधिकरण के दफ्तर पर धरना देकर बैठ गए। यह धरना दिन-रात चल रहा है। धरना समाप्त करवाने के लिए अब तक तीन दौर की बातचीत हो चुकी है। जिसका कोई परिणाम नहीं निकला था। बुधवार को किसानों और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर आलोक टंडन के बीच हुई बातचीत में निर्णय लिया गया कि किसान एसआईटी के साथ बैठक करेंगे। अपना पक्ष रखेंगे। इसके बाद एसआईटी सकारात्मकता के साथ अपनी सिफारिशों में बदलाव कर सकती है। इसी आश्वासन के आधार पर अब से थोड़ी देर पहले एसआईटी के साथ किसानों की बातचीत शुरू हुई है। उम्मीद है कि किसानों का यह आंदोलन आज समाप्त हो सकता है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.