मनवीर भाटी के पिताजी का निधन, इन गांवों में मौतों का सिलसिला जारी, देखिए पूरी लिस्ट

दुःखद : मनवीर भाटी के पिताजी का निधन, इन गांवों में मौतों का सिलसिला जारी, देखिए पूरी लिस्ट

मनवीर भाटी के पिताजी का निधन, इन गांवों में मौतों का सिलसिला जारी, देखिए पूरी लिस्ट

Tricity Today | मनवीर भाटी के पिताजी का निधन

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिसरख गांव के निवासी किसान नेता मनवीर भाटी के पिताजी ज्ञानेंद्र सिंह का बुधवार की सुबह मौत हो गई। वह 78 वर्ष के थे। वह अच्छे बांसुरी वादक थे। करीब 15 दिन पहले उन्हें बुखार आया था। उसके बाद उनकी तबियत लगातर बिगड़ती चली गई। दोपहर में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण अब गांवों की और तेजी से बढ़ रहा है। गौतमबुद्ध नगर के गांवों में बीमारी विकराल रूप ले रही है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गांवों में रोजाना कई-कई लोगों की मौत हो रही हैं। 

मनवीर भाटी ने बताया कि उनके पिता ज्ञानेंद्र सिंह का बुधवार की सुबह निधन हो गया है। वह अस्पताल में भर्ती थे। करीब 15 दिन पहले उन्हें बुखार आया था। ठीक होने के बाद घर वापस लौट आए थे। तीन दिन बाद एक बार फिर तबीयत खराब हो गई। दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उसके बाद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका। ज्ञानेंद्र सिंह पुराने समय के इंटरमीडिएट पढ़े लिखे थे। भूगोल और गणित पर उनकी बहुत अच्छी पकड़ थी। चित्रकला और बांसुरी वादन उनका शौक था। मनवीर ने बताया कि बीमारी के दौरान भी वह घर पर रोजाना सुबह-शाम बांसुरी वादन कर रहे थे। ज्ञानेंद्र सिंह की मौत से बिसरख सहित आसपास के इलाके में शोक की लहर है। मैं बेहद सरल स्वभाव के व्यक्ति थे।

मनवीर ने बताया कि उनके गांव में बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं। पिछले 2 सप्ताह के दौरान 15 लोगों की मौत हो चुकी हैं। लोगों में दहशत व्याप्त है। जिला प्रशासन को ट्रैकिंग टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर ध्यान देना चाहिए। ट्राईसिटी टुडे ने अपने स्तर पर जिले के गांवों में लोगों से बात की। हालात चौंकाने वाले सामने आए हैं। पिछले एक हफ़्ते में दादरी क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत दुजाना में कोरोना जैसे लक्षणों से 19 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिले के दूसरे हिस्से दनकौर के भाईपुर गांव में इसी दौरान 12 लोगों की मौत हो चुकी हैं। बीते शनिवार को भट्टा गांव में चार ग्रामीणों की मौत हुई थी। 

हालात इससे भी कहीं ज्यादा बुरे हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव में तो 30 लोगों की मौत हो चुकी हैं। ग्रेटर नोएडा से सटे साकीपुर गांव में 10, एनटीपीसी दादरी के पास खटाना गांव में 11, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जलपुरा गांव में 11 और सूरजपुर कस्बे में 15 लोगों की मौत हो चुकी हैं। जिले के एकमात्र नगर पालिका क्षेत्र दादरी में 23, तुस्याना गांव में 6, हबीबपुर में 8, दौला में 14, दादूपुर में 5, सादुल्लापुर में 10, उस्मानपुर में 8, पारसौल में 7, अस्तौली में 7, मंडी श्याम नगर में 6, बिलासपुर कस्बे में 16, देवटा गांव में 10, लड़पुरा में 9 और बंबावड़ गांव में 23 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

इन हालात से एक और गांवों में महामारी तो दूसरी ओर गांव वालों में दहशत फ़ैल रही है। जागरूक लोग इन मौतों को लेकर चिंतित हैं। गांवों में वृहद सेनेटाइजेशन और वैक्सीनेशन की मांग कर रहे हैं। सूरजपुर में रहने वाले कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अतुल शर्मा कहते हैं कि उनके गांव का बुरा हाल है। कोरोना टेस्टिंग नहीं हो रही है। जो लोग मर रहे हैं, उनका रिकॉर्ड भी दर्ज नहीं हो रहा है।

बड़ी संख्या में बीमार लोगों और मौतों को देखकर अब गांव के लोग बचाव के लिए नियमित रूप से मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। जरूरत होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। गांवों में गलियां सूनी पड़ी हैं। सन्नाटा पसरा है। किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी का कहना है कि मरने वालों में ज्यादातर को पहले कोई गम्भीर बीमारी नहीं थी। बस दो चार दिन बुखार आया और मौत हो गई। अचानक हुई मौतों को लेकर ग्रामीण दहशत में हैं। प्रशासन को सारे गांवों में ट्रिपल टी फार्मूला लागू करने की जरूरत है।

दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों में हालत संभालने के लिए प्रशासन कोशिशों में जुटा है। मंगलवार को जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने दादरी अस्पताल का दौरा किया है। उनके साथ विधायक तेजपाल नागर और नगर पालिका अध्यक्ष गीता पंडित भी थीं। डीएम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड अस्पताल बना दिया गया है। दादरी कस्बे और आसपास के गांवों में सेनिटाइजेशन करवाया जाएगा। वैक्सीनेशन को रफ्तार दी जाएगी।

जेवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है। यहां 50 बेड की फेसेलिटी डेवलप की जा रही है। विधायक धीरेन्द्र सिंह खुद पूरे प्रोजेक्ट की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले एक-दो दिन में इस अस्पताल में मरीज भर्ती होने लगेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में महामारी को काबू कर लिया जाएगा। अब देखना यही है कि महामारी को नियंत्रित करने के लिए इन सारे लोगों के प्रयास कितनी जल्दी असर दिखते हैं। फिलहाल तो पल-पल की देरी लोगों के लिए मौत का सबब बन रही है।

इन गांवों में ज्यादा मौतें
अब आइये आपको हकीकत से रूबरू करवाते हैं। हमने अपने स्तर पर जिले के गांवों में लोगों से बात की। हालात चौंकाने वाले सामने आए हैं। पिछले एक हफ़्ते में दादरी क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत दुजाना में कोरोना जैसे लक्षणों से 19 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिले के दूसरे हिस्से दनकौर के भाईपुर गांव में इसी दौरान 12 लोगों की मौत हो चुकी हैं। बीते शनिवार को भट्टा गांव में चार ग्रामीणों की मौत हुई थी। हालात इससे भी कहीं ज्यादा बुरे हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव में तो 30 लोगों की मौत हो चुकी हैं। ग्रेटर नोएडा से सटे साकीपुर गांव में 10, एनटीपीसी दादरी के पास खटाना गांव में 11, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जलपुरा गांव में 11 और सूरजपुर कस्बे में 15 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

खैरपुर गुर्जर गांव में 26 लोगों की मौत
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस का कहर विकराल रूप धारण करता जा रहा है। जिले के गांवों में कोरोना संक्रमण काफी तेजी के साथ फैलता जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में स्थित खैरपुर गुर्जर गांव में पिछले 22 दिनों के भीतर 26 लोगों की मौत हो गई है। गांव की हालत लगातार गंभीर बनती जा रही है। नई उम्र के लोग भी अपनी जान गवां रहे है।

भाईपुर गांव में 12 लोगों की मौत
आपको बता दें कि एक हफ़्ते में दुजाना गांव में 19 लोगों की मौत हो चुकी है। दनकौर के भाईपुर गांव में 10 दिनों में 12 लोग जान गंवा चुके हैं। लोगों ने गांवों में वृहद तरीके से सेनेटाइजेशन कराने की मांग की है। कोरोना का कहर शहर से गांवों में पहुंच गया है। क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत दुजाना में कोरोना जैसे लक्षणों से हफ़्ते भर में 19 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। गांव में अब तक विकास, विजय पाल, दर्शन, बदलू, राजकुमार उर्फ पप्पू, फिरे ठेकेदार, बिज्जन, सुमंत्रा पांचाल, राजे जाटव, मेहरचंदी ज्ञानवती (प्रेम सिंह सूबेदार), सावित्री (भोला जिम), रणवीर मैनेजर, सुमन, हरवीरी देवी, रेनू, प्रेमराज सूबेदार, अजीत मैनेजर और सुभाष आदि की मौत हो चुकी है।

दुजाना गांव का हाल भी बुरा
दुजाना गांव के निवासी शिक्षाविद मेजर रूप सिंह नागर और मास्टर भूपेन्द्र नागर ने प्रशासन से गांव को सेनेटाइज कराने करवाने की मन की है। गांव मे वैक्सीनशन सेंटर बनाने की अपील की है। मास्टर भूपेन्द्र नागर ने बताया कि अब गांव के लोग इस बीमारी से बचने के लिए नियमित रूप से मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। जरूरत होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।

ब्रह्मनान गांव में 12 लोगों की मौत
वहीं, रबूपुरा कस्बा और आसपास के कई गांवों में पिछले कुछ दिनों के दौरान मौतों का आंकड़ा अचानक से बढ़ गया है। ज्यादातर मामलों में मृतकों में कोविड-19 के से लक्षण थे, लेकिन जांच न हो पाने की वजह से मौतों का सही कारण नहीं पता चल सका है। क्षेत्र के भाईपुर ब्रह्मनान गांव में रहस्यमय तरीके से पिछले दस दिनों के दौरान 12 लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि मरने वालों में ज्यादातर को पहले से कोई गम्भीर बीमारी नहीं थी। बस दो चार दिन बुखार आया और मौत हो गई। अचानक हुई मौतों को लेकर गांव में कोरोना फैलने की आशंका के चलते ग्रामीण दहशत में हैं। 

उधर, कस्बा रबूपुरा में पिछले करीब दो सप्ताह के दौरान सांस लेने में दिक्कत जैसे कोरोना के लक्षणों से दर्जनभर लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कुछ की मौत तो कोरोना से हुई बाकी मृतकों की जांच नहीं होने की वजह से मौतों के कारण का सही पता नहीं चल सका। क्षेत्र के लगभग प्रत्येक गांव में बड़ी संख्या में ग्रामीण बुखार, खांसी, गले में खराश जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसे देखकर आशंका है कि कोरोना संक्रमण गांवों में भी तेजी से फैल रहा है।

 

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.