मेट्रो कॉरिडोर से एक किमी तक प्रॉपर्टी की कीमत 10 प्रतिशत बढ़ीं

ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर : मेट्रो कॉरिडोर से एक किमी तक प्रॉपर्टी की कीमत 10 प्रतिशत बढ़ीं

मेट्रो कॉरिडोर से एक किमी तक प्रॉपर्टी की कीमत 10 प्रतिशत बढ़ीं

Tricity Today | Greater Noida Metro

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) से बड़ी खबर आई है। शहर में जमीन की आवंटन दर में 4.15 प्रतिशत बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके लिए प्राधिकरण की पिछली बोर्ड बैठक में फैसला लिया गया है। बुधवार को इसका कार्यालय आदेश जारी कर दिया गया है। अब शहर में मकान, दुकान, उद्योग और दफ्तर खोलना महंगा हो गया है। आपको बता दें कि मेट्रो कॉरिडोर के एक किलोमीटर के दायरे में घर बनाने के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त पैसा देना पड़ेगा। इन इलाकों में अगर आप किसी आवंटी से संपत्ति खरीदते हैं तो उसमें 2 प्रतिशत अतिरिक्त ट्रांसफर शुल्क लगेगा।

ग्रेटर नोएडा में अपना घर बनाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए थोड़ी गड़बड़ खबर है। इस वित्तीय वर्ष में प्राधिकरण ने अपनी जमीन की आवंटन दरों में 4.15 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। प्राधिकरण की ओर से अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप डुली ने कार्यालय आदेश जारी कर दिया है। यह नई दरें पहली अप्रैल से लागू मानी जाएगी। प्राधिकरण ने अपने सेक्टरों को चार श्रेणी में (ए, बी, सी, डी) बांट रखा है। हर श्रेणी के लिए अलग जमीन की आवंटन दरें हैं। सभी श्रेणी में यह वृद्धि की गई है। कमर्शियल श्रेणी की दरों में बदलाव नहीं किया गया है।

मेट्रो ट्रैक के आसपास बसने के लिए खर्च ज्यादा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर एक किमी के दायरे में आवंटन दर अधिक रखी है। प्राधिकरण का मानना है कि इस क्षेत्र में रहने वाले या व्यापार करने वाले लोगों को अधिक लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र में आवंटन दर 10 प्रतिशत अधिक रहेगी। यानी इस एक किमी के दायरे में अगर आपको संपत्ति खरीदनी है तो आपको 10 प्रतिशत अधिक पैसा चुकाना होगा।

प्रॉपर्टी के ट्रांसफर शुल्क भी अधिक
इसी तरह अगर आप किसी आवंटी से संपत्ति खरीदते हैं तो उस पर 2 प्रतिशत अतिरिक्त ट्रांसफर शुल्क देना होगा। सामान्य संपत्ति में अभी ट्रांसफर शुल्क कुल संपत्ति के मूल्य का 2.5 प्रतिशत है। यहां भी मेट्रो के आसपास वालों को अधिक पैसा देना होगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपनी पिछली बोर्ड बैठक में ट्रांसफर शुल्क को कम किया था। इसके पहले ट्रांसफर शुल्क 5 प्रतिशत था।

शहर के इन हिस्सों में बढ़ी कीमतें
एक्वा लाइन मेट्रो कॉरिडोर के एक तरफ जैतपुर डिपो स्टेशन से लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर, सेक्टर डेल्टा, अल्फा, परी चौक और नॉलेज पार्क आता है। जबकि दूसरी ओर कुछ हाउसिंग प्रोजेक्ट, कमर्शियल प्रॉपर्टी, जेपी ग्रीन्स समेत कई परियोजनाएं हैं। इन सब पर यह नियम लागू होता है। अगर इन इलाकों में प्राधिकरण कोई योजना लाता है तो अधिक पैसा देना पड़ेगा।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो से असर होगा
नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो आनी है। यह मेट्रो दो चरणों में आनी है। पहले चरण की टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इस कॉरिडोर की जद में कई योजनाएं आएंगी। इसमें गौर सिटी और आसपास की सोसाइटी आ जाएंगी। इसके अलावा दूसरे चरण में नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो जाएगी। इस कॉरिडोर में प्राधिकरण के कई आवासीय सेक्टर, बिल्डरों के हाउसिंग प्रोजेक्ट आ जाएंगे।

यहां भी होना है मेट्रो का विस्तार
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जैतपुर डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो ले जाएगा। यह मेट्रो मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक जाएगी। यह कॉरिडोर करीब 3 किलोमीटर का होगा। इसमें भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कई आवासीय सेक्टर और औद्योगिक सेक्टर आ जाएंगे। मेट्रो कॉरिडोर बनने से यहां भी प्रॉपटी खरीदना महंगा हो जाएगा।

प्राधिकरण की आवंटन दरें
श्रेणी                                   आवंटन दर रुपये/वर्ग मीटर में
आवासीय                              24060 से 33330
बिल्डर                                  29408 से 34370
औद्योगिक                             4085 से  20310
संस्थागत                               9060 से 20310
बीपीओ                                 15630 से 20310
आईटी                                   9060 से 20309  
फार्म हाउस                            7855 से 10415

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