यमुना एक्सप्रेसवे के गिरफ्तार आईआरपी अनुज जैन को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी, ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया

BIG BREAKING: यमुना एक्सप्रेसवे के गिरफ्तार आईआरपी अनुज जैन को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी, ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया

यमुना एक्सप्रेसवे के गिरफ्तार आईआरपी अनुज जैन को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी, ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया

Google Image | शीर्ष अदालत से IRP को जमानत मिली

यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) के इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) अनुज जैन को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) के आदेश पर राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (National Company Law Tribunal) ने उन्हें नियुक्त किया है। दूसरी और सुप्रीम कोर्ट ने अनुज जैन को जमानत देने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस (Noida Police) और जिला न्यायालय को निर्देश दिया है। पुलिस ने अनुज जैन को जिला न्यायालय के सामने पेश कर दिया है। वर्ष 2016 के बाद से 728 मौत का गवाह यमुना एक्सप्रेसवे बन चुका है। आईआरपी और कम्पनी सुरक्षा सुविधाएं देने में असफल रही है।

बताते चलें कि इनसाल्वेंसी रीजोल्यूशन प्रोफेशनल (आइआरपी) अनुज जैन को ग्रेटर नोएडा की बीटा-2 कोतवाली पुलिस (Noida Police) ने मुंबई से गिरफ्तार किया था। यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) की शिकायत पर बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने आईआरपी अनुज जैन, आईआईएमसी और जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) के अधिकारियों पर मामला पंजीकृत किया है। यह एफआईआर मथुरा में एक हादसे में सात लोगों की मौत के बाद दर्ज करवाया गया था। इसके बाद से ही उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू हो गया था। बुधवार को यमुना प्राधिकरण ने इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। अब पुलिस ने आईआरपी को गिरफ्तार कर लिया है।

यह है पूरा मामला
अथॉरिटी ने अपनी तहरीर में कहा था कि आईआरपी अनुज जैन और आईएमसी जानबूझकर आईआईटी दिल्ली द्वारा दिए गए फाइनल ऑडिट रिपोर्ट में सुरक्षा के संबंध में उल्लिखित सुझावों से जुड़े कार्य निर्धारित समय में पूरा नहीं करा रहे हैं। बार-बार इन प्रोजेक्ट्स को पूरा कराने की समयसीमा बदली जा रही है। आईआरपी और आईएमसी, आईआईटी दिल्ली के सुझावों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस वजह से यमुना एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों में जान-माल की अत्यधिक हानि हुई है। हालांकि ये यमुना एक्सप्रेस-वे के टोल पर टोल टैक्स की उगाही कर रहे हैं। 

सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण सेंट्रल वर्ज में क्रैश बैरियर लगाने में ढिलाई की जा रही है। इसका खामियाजा मासूम मुसाफिरों को भुगतना पड़ रहा है। निर्धारित समय पर काम पूरा हो गया होता, तो मथुरा में बुधवार की सुबह हुआ दर्दनाक हादसा नहीं होता। प्राधिकरण ने कहा है कि आईआरपी और आईएमसी अनुज जैन इन सभी दुर्घटनाओं और क्षति के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं।

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