ग्रेटर नोएडा में रेवेन्यू इंस्पेक्टर और लेखपालों ने पुलिस को सुनाई आपबीती, कोर्ट के आदेश पर जमीन नापने आई टीम को दबंगों ने पीटा

चाचा इनको गोली मार दूं : ग्रेटर नोएडा में रेवेन्यू इंस्पेक्टर और लेखपालों ने पुलिस को सुनाई आपबीती, कोर्ट के आदेश पर जमीन नापने आई टीम को दबंगों ने पीटा

ग्रेटर नोएडा में रेवेन्यू इंस्पेक्टर और लेखपालों ने पुलिस को सुनाई आपबीती, कोर्ट के आदेश पर जमीन नापने आई टीम को दबंगों ने पीटा

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Greater Noida : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जलपुरा गांव में कुछ दबंग और अपराधिक किस्म के लोगों ने रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीम को बुरी तरह पीटा है।  अदालत के आदेश पर रेवेन्यू इंस्पेक्टर के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम जलपुरा गांव में जमीन की पैमाइश करने पहुंची थी। आरोप है कि रेवेन्यू इंस्पेक्टर और 3 लेखपालों को बुरी तरह पीटा गया। गोली मारने की धमकी दी गई है।  पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

राजस्व टीम को छोड़कर चली गई पुलिस
रेवेन्यू इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया, "दादरी के उप जिलाधिकारी (न्यायिक) की अदालत ने बेगराज सिंह बनाम उत्तर प्रदेश सरकार मामले में जलपुरा गांव की विवादित जमीन की पैमाइश करने का आदेश दिया था।  जिसके लिए 21 नवंबर 2022 की तारीख नियत की गई थी। मैं हल्का लेखपाल चांदवीर मलिक, लेखपाल दर्शन कुमार और लेखपाल अरविंद श्रीवास्तव को साथ लेकर जमीन की पैमाइश करने के लिए जलपुरा गांव में पहुंचा। पैमाइश के दौरान थाना ईकोटेक-3 से पुलिसकर्मी भी बुलाए गए थे। वह तीनों पुलिसकर्मी पैमाइश शुरू होने से पहले वापस लौट गए।"

कोर्ट के आदेश पर जलपुरा गई थी टीम
विनोद कुमार ने आगे बताया, "राजस्व टीम को अदालत के आदेश का पालन करना था। इसलिए हम लोगों ने मन बनाकर ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के साथ शासकीय कर्तव्यों का पालन किया। पैमाइश शुरू की। इस मुकदमे में प्रतिवादी विकास और कुलदीप पुत्र महकार बिसरख जलालपुर गांव के रहने वाले हैं। वह दो अन्य लोगों को साथ लेकर आए, जिनको विकास अपने भतीजे बता रहा था। मौके पर आए इन लोगों ने हमसे पूछा कि खेतों की पैमाइश क्यों कर रहे हो? मैंने उन लोगों से कहा कि आप लोग हमें जानते हैं। हम राजस्व विभाग के कर्मचारी हैं। मैं राजस्व निरीक्षक हूं। भंगेल बेगमपुर सर्किल पर तैनात हूं। मेरे साथ चांदवीर मलिक यहां के लेखपाल हैं। दो अन्य लेखपाल दर्शन कुमार और अरविंद श्रीवास्तव हैं। यह सुनने के बाद विकास और कुलदीप ने मुझे जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गालियां देनी शुरू कर दीं।" 

जान बचाने के किए लिए एसएचओ को फोन किया
रेवेन्यू इंस्पेक्टर ने आगे कहा, "मुझे बचाने के लिए साथी लेखपाल आए तो हम चारों लोगों को पीटना शुरू कर दिया। हम लोग जान बचाने की गुहार लगाते रहे। वह लोग गाली-गलौज करते रहे और हमें पीटते रहे। इनमें से एक व्यक्ति दूसरे से पूछ रहा था कि चाचा पिस्टल लाया हूं, इनको गोली मार दूं क्या? इसी बीच मौका पाकर हल्का लेखपाल चांदवीर मलिक ने थानाध्यक्ष को दो बार फोन किया। इस पूरी घटना की जानकारी दी। टीम की जान बचाने के लिए पुलिस भेजने की गुहार लगाई। पुलिस के आने की सूचना पाकर विकास कुलदीप और उसके अन्य साथी मौके से फरार हो गए। इन लोगों ने हमारे सारे रेवेन्यू रिकॉर्ड फाड़ दिए हैं। हम लोगों को धमकी देकर गए हैं कि गोली मारकर हत्या करेंगे।"

आरोपियों पर दर्ज हैं ऐसे कई आपराधिक मामले
विनोद कुमार ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ईकोटेक-3 के थानाध्यक्ष का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। जल्दी आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी और मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी मारपीट करने, जमीन पर आवेश कब्जे करने, बिसरख थाने में घुसकर मारपीट करने और बलवा करने जैसे गंभीर आरोप हैं। इस तरह के कई मुकदमे दर्ज हैं।

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