30 साल का हुआ ग्रेटर नोएडा, जानिए कैसे बना लोगों के सपनों का शहर

अच्छी खबर :  30 साल का हुआ ग्रेटर नोएडा, जानिए कैसे बना लोगों के सपनों का शहर

30 साल का हुआ ग्रेटर नोएडा, जानिए कैसे बना लोगों के सपनों का शहर

Tricity Today | प्राधिकरण ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह

Greater Noida News : कोविड और अपने विभागीय कार्यों में अहम योगदान निभाने वाले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कई विभागों के विभागाध्यक्षों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। ग्रेटर नोएडा के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्राधिकरण ऑडिटोरियम में आयोजित सादे समारोह में प्राधिकरणकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिंह दिए गए। प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह, दीप चंद्र और अमनदीप डुली समेत अन्य अफसरों ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। 

ग्रेटर नोएडा भविष्य का शहर
कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि ग्रेटर नोएडा से हम लोग जुड़े हैं। हम सबको इसे बसाने का मौका मिला है। ग्रेटर नोएडा भविष्य का शहर है। ग्रेटर नोएडा न सिर्फ भारत, बल्कि वैश्विक पटल पर भविष्य के शहर के रूप में उभर रहा है। ग्रेटर नोएडा में तीन लाख से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं। ईज ऑफ डूइंग में यूपी को दूसरे पायदान पर लाने में ग्रेटर नोएडा की अहम भूमिका रही है। कोविड के के बावजूद उद्योग विभाग ने पारदर्शिता के साथ आवंटन किया, उसकी वजह से रेवेन्यू अधिक प्राप्त हुआ है। ग्रेनो के औद्योगिक आवंटन प्रक्रिया की हर जगह सराहना होती है। 

कोविड काल में किया बेहतर कार्य
उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा औद्योगिक निवेश का हॉट स्पॉट है। देश का सबसे डाटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में स्थापित होने जा रहा है। आवासीय विभाग ने अभियान चलाकर लोगों के नाम रजिस्ट्री की है। बिल्डर विभाग ने फ्लैट खरीदारों के काफी मसले हल कराए हैं। किसानों की छह फीसदी आबादी प्लॉट देने में भूलेख, नियोजन, प्रोजेक्ट समेत अन्य विभागों ने काफी काम किया है। गांवों में सेक्टर की तरह विकास की जरूरत है। प्रोजेक्ट विभाग हर जिम्मेदारी को 24 घंटे सातों दिन जुटकर काम किया है। कोविड में हर विभाग ने अहम योगदान निभाया। कोविड मरीजों की मदद की। उनके लिए खाना पहुंचाया। उस घर और मोहल्ले में सैनिटाइज कराया। जहां कोविड की सबसे ज्यादा है। 

एनसीआर का केंद्र ग्रेटर नोएडा
नरेंद्र भूषण ने कहा कि हिंडन और नोएडा एयरपोर्ट बनने से एनसीआर का केंद्र ग्रेटर नोएडा बनने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में एलईडी स्ट्रीट लाइट का मॉडल देश भर में फैलेगा। जलापूर्ति और सीवेज सिस्टम को सुधारने में बहुत काम हुए हैं। 90 से 250 फीसदी तक अधिक रेट पर वाणिज्यिक संपत्ति बेची गई है। सीएंडडी वेस्ट और रेमेडिएशन प्लांट के जरिए ग्रेटर नोएडा के मलबे से जल्द ही उत्पाद बनने लगेंगे। 

अनेक समस्याओं का हुआ समाधान
ग्रेटर नोएडा का सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का मॉडल देश भर में लागू होगा। वित्त विभाग, नियोजन, लीगल, सीआर सेल, सिस्टम विभाग और कार्मिक विभाग ने भी बहुत काम किए हैं। ईआरपी, ई-ऑफिस और वन मैप जीआईएस के जरिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पेपरलेस हो गया है। इस अवसर पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अदिति सिंह ने प्राधिकरण कर्मियों को संवेदनशीलता, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ काम करने की सीख दी। एसीईओ दीप चंद्र ने सभी विभागों की सराहना की। उन्होंने प्राधिकरणकर्मियों से और नए कीर्तिमान स्थापित करने की अपील की। 

यह लोग मौजूद रहे
इस अवसर पर बिल्डर, नियोजन, प्रोजेक्ट, आईटी, संस्थागत, वाणिज्यिक, सिस्टम समेत कई विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक एके अरोड़ा और आरके देव, डीजीएम सीके त्रिपाठी और केआर वर्मा, डीजीएम वित्त मोनिका चतुर्वेदी, ओएसडी संतोष कुमार और नवीन कुमार सिंह, डीजीएम सलिल यादव आदि मौजूद रहे।

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