Greater Noida News : रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक के खिलाफ जांच की आंच अब डीएलएफ के द्वार तक पहुंच गई है। शनिवार को मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के द्वारा डीएलएफ के परिसर में छापेमारी की गई। बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय ने डीएलएड के दफ्तरों से काफी अहम दस्तावेज हासिल किए हैं। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई।
440 करोड़ रुपए से जुड़ा मामला
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियों के लिंक मनी लांड्रिंग मामले में जुड़ सकते हैं। इसकी कुछ अहम जानकारी ईडी के हाथ लगी। मनी लांड्रिंग मामले में ही सुपरटेक के खिलाफ जांच शुरू हुई और अब वही जांच डीएलएफ तक पहुंच गई। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सुपरटेक के रामकिशोर अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। यह पूरा मामला 440 करोड़ रुपए से जुड़ा हुआ है।
घर खरीदारों का पैसा गायब किया
प्रवर्तन निदेशालय ने एक रिपोर्ट में बताया है कि सुपरटेक ग्रुप ने घर खरीदारों से करोड़ों रुपए लिए थे, लेकिन उन्हें समय पर घर नहीं दिया था। इसी वजह से सुपरटेक ग्रुप ने करोड़ों रुपए की हेरा-फेरी कर ली। ईडी का दावा है कि सुपरटेक ने करीब 440 करोड़ रुपए की हेरा-फेरी करके घर खरीदारों का पैसा गायब किया है। इसी वजह से सुपरटेक के अधिकारी जेल में हैं।
सुपरटेक के चक्कर में डीएलएफ तक पहुंची आंच
सुपरटेक ने यह पैसा गुरुग्राम में जमीन खरीदने के नाम पर जुटे थे। अब यह जांच गुरुग्राम में स्थित डीएलएफ तक पहुंची है। हालांकि, अफसरों का कहना है कि अभी स्पष्ट नहीं है। सिर्फ कुछ दस्तावेज के आधार पर जांच शुरू की गई है। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे। उनको पेश किया जाएगा। कुल मिलाकर अब सुपरटेक के चक्कर में डीएलएफ मॉल भी लिपट गया है।