Greater Noida News : दादरी कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली हिना किन्नर ने ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान उन्होंने दादरी कोतवाली पुलिस पर काफी आपत्तिजनक आरोप लगाए हैं। हिना किन्नर का कहना है कि दूसरे इलाके में रहने वाले किन्नरों से पहले उसका अपहरण किया और फिर थाने में ले जाकर मारपीट की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके अलावा दादरी कोतवाली में तैनात एसएसआई लोकेंद्र राणा ने मामले को रफा-दफा करने और उसको न्याय दिलवाने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत ली।
कैसे शुरू हुआ मामला
हिना किन्नर मूल रूप से दादरी की रहने वाली है। हिना किन्नर की उम्र इस समय 28 साल की है और वह दादरी कस्बे में बधाई लेती है। हिना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, "बीते 28 सितंबर को मेरे पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने मुझसे कहा कि आपके लिए बधाई का गिफ्ट मेरे पास रखा हुआ है। आप लुहारली टोल प्लाजा के पास आकर मुझसे गिफ्ट ले लो।"
किन्नरों ने अपहरण किया
हिना ने बताया, "जब मैं मौके पर पहुंची तो मेरा 8-9 किन्नरों ने अपहरण कर लिया। उसके बाद मुझको दादरी कोतवाली लेकर आ गए। पुलिस के सामने भी मुझे पीटा गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने मेरे खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की और मेरे खिलाफ गलत कार्रवाई की गई।"
क्षेत्र बंटवारे का मामला
हिना का कहना है, "पूरा मामला क्षेत्र बंटवारे का है। मैं जिस इलाके में रहती हूं, वहां पर मैं काफी समय से बधाई ले रही हूं। लेकिन अब कहीं और के रहने वाले लोग मेरे इलाके पर कब्जा करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा मैं कैसे होने दूंगी। जो किन्नर मेरे इलाके पर कब्जा करना चाहता है। वह बिहार और बुलंदशहर के रहने वाले हैं। जब मैंने इसका विरोध किया तो उन किन्नरों ने मुझे बंधक बनवाकर पिटवाया। इसमें गुड्डी भी शामिल है। गुड्डी दादरी में रहती है।"
SSI लोकेंद्र राणा पर रिश्वत लेने के आरोप
उनका आरोप है, "इस मामले को रफा-दफा करने और इंसाफ दिलवाने के लिए दादरी थाने में तैनात SSI लोकेंद्र राणा ने मुझसे रिश्वत के रूप में 50 हजार रुपए लिए थे, लेकिन उसके बावजूद भी मेरे मामले को खत्म नहीं किया गया। आश्वासन देने के बाद और पैसे लेने के बावजूद भी पुलिस ने मेरे इलाके को वापस नहीं दिलवाया।"
"बधाई का 50 प्रतिशत दादरी पुलिस को जाता है"
पीड़ित का यह भी आरोप है, "जो दूसरा पक्ष बधाई के नाम पर पैसे लोगों से लेता है। उनमें से 50 प्रतिशत दादरी पुलिस को जाता है। इसी वजह से पुलिस दूसरे किन्नरों के खिलाफ एक्शन नहीं लेती। उल्टा मुझे ही फंसा देते हैं।" हिना का कहना है, "अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला तो मैं सूरजपुर में स्थित जिला मुख्यालय के सामने आत्मदाह कर लूंगी। इसके जिम्मेदार दादरी थाने में तैनात पुलिसकर्मी और दूसरे पक्ष के किन्नर होंगे।"
दादरी एसीपी सार्थक सेंगर का बयान
इस मामले में दादरी के एसीपी सार्थक का कहना है, "हिना किन्नर का मामला काफी समय से चला रहा है। हिना और दूसरे किन्नरों का विवाद क्षेत्र बंटवारे को लेकर है। हिना किन्नर को पहले पंचायत में रबूपुरा का इलाका दिया गया था, लेकिन वह अपने इलाके को छोड़कर दोबारा से दादरी में आ गई। उसके बावजूद भी पुलिस ने समझौता करवाया। उस समझौते पर हिना की भी सहमति बना दी थी।" एसीपी का कहना है, "मामला किन्नर समाज का है, इसलिए इन्हीं के बीच पंचायत करके मामले को खत्म करना चाहा। बताया जाता है कि हिना किन्नर दूसरे किन्नरों के क्षेत्र में पैसे मांगने के लिए भी जाती है। इसके अलावा हिना ने जो अपहरण और पुलिसकर्मी पर पैसे लेने का आरोप लगाया है। उसकी कोई पुष्टि नहीं है। अगर किसी भी पुलिसकर्मी के द्वारा पैसे लेनदेन का सबूत सामने आता है तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि हिना किन्नर ने कोई सबूत पुलिस को मुहैया नहीं करवाए हैं।"