Greater Noida : जुमे की नमाज के बाद दादरी थाने के हिस्ट्रीशीटर ने मस्जिद के बाद नोटों की बारिश की। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। शाहिद नामक व्यक्ति दादरी थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। जुमे की नमाज के बाद शाहिद ने मस्जिद के बाहर जमकर नोटों की बारिश की। इसका वीडियो काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि शाहिद के ऊपर दादरी थाने में एक दर्जन से भी ज्यादा संगीन मुकदमे दर्ज हैं।
दादरी कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है शाहिद
शाहिद मेवाती दादरी कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। उसका भाई नईम मेवाती दादरी नगर पालिका का सभासद है। वह भूमाफिया है। दबंग किस्म का व्यक्ति है। शाहिद गौतमबुद्ध नगर का टॉप-10 क्रिमिनल है। उसके खिलाफ दादरी कोतवाली में 14 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट, बलवा, तोड़फोड़, घर में घुसकर मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने और तमाम दूसरे आरोपों में 14 मुकदमे चल रहे हैं।"
गरीबों की जमीन पर कर रखा है कब्जा
शाहिद और उसके सभासद भाई ने दादरी कस्बे में गरीब लोगों की जमीन पर कब्जे कर रखे हैं। ऐस ही राजकुमार प्रेमी करीब दो वर्षों से धक्के खा रहे हैं। उनकी कस्बे के बीचोंबीच बेशकीमती जमीन पर इन दोनों भाइयों ने कब्जा करके बेच दिया है। वहां खुलेआम घर बनाए जा रहे हैं। राजकुमार ने कहा, "नगर पालिका के सभासद नईम मेवाती और उसके भाई शाहिद ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इस जमीन पर प्लॉट बनाकर बेच रहे हैं। जो लोग इनसे प्लॉट खरीद रहे हैं, वह सब घर बना रहे हैं। नियाज अली, खालिद अली, आसमोहम्मद, इकराम, यामीन और फज्जू इनके गैंग में बन। इन सबने मेरी जमीन पर अवैध कब्जा किया है। जब कोविड-19 महामारी चल रही थी तो लॉकडाउन के कारण मैं घर से बाहर नहीं निकल सकता था। इन लोगों ने इस बात का फायदा उठाकर मेरी जमीन बेच डाली है।"
गैंगस्टर और सभासद भाई का लोकल थाने में रसूख
राजकुमार का आरोप है, "मैंने अपनी जमीन पर अवैध कब्जे और खरीद-फरोख्त की शिकायत जिलाधिकारी, दादरी के उपजिलाधिकारी, ग्रेटर नोएडा के डीसीपी और पुलिस कमिश्नर से की। किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। मुझे मदद नहीं दी गई। मैंने सभासद नईम मेवाती और उसके गैंग का विरोध किया तो इन लोगों ने मुझे और मेरे बेटे को बुरी तरह पीटा। हम लोग दादरी कोतवाली में शिकायत करने पहुंचे। पुलिस ने मुझे और मेरे बेटे को पकड़कर हवालात में डाल दिया। हम लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। इनका दादरी कोतवाली में बड़ा रसूख है।" वह कहते हैं, "इसके बाद मैंने ऊपर वाले अफसरों को शिकायत भेजीं।"
दबदबा कायम करने के लिए 2014 में युवक की हत्या की
शाहिद का जुमे की नमाज के बाद नोट उड़ाने वाला यह वीडियो सामने आना कोई नई बात नहीं है। उसे झूठी शान कायम करने और आम आदमी के बीच दहशतगर्दी फैलाने का पुराना शौक है। उसने वर्ष 2014 मे झूठी शान दिखाने के लिए इरफ़ान नाम के युवक की गोली मारकर हत्या की थी। उस हत्याकांड में वह जेल गया था। कुछ दिन बाद जमानत पर छूटकर चला आया। शाहिद और उसके भाई नईम मेवाती के खिलाफ संगीन धाराओं में करीब 20 मुकदमे चल रहे हैं। जिनमें से 14 मुकदमे शाहिद के खिलाफ चल रहे हैं। अभी तक उसे किसी मामले में सजा नहीं हुई है। शाहिद के खिलाफ वर्ष 2001 में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था।
21 वर्षों से गुंडागर्दी में, अब पॉलिटिक्स करने की तैयारी
शाहिद के खिलाफ दादरी कोतवाली में पहला मुकदमा साल 2001 में दर्ज किया गया था। ये मामला मारपीट, कातिलाना हमले और जान से मारने की धमकी देने का था। वह करीब 21 वर्षों से गुंडागर्दी, अवैध वसूली, जमीनों पर कब्जा करने और हत्या जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त है। मिली जानकारी के मुताबिक अब शाहिद राजनीति में जाने की तैयारी कर रहा है। वह दादरी नगर पालिका के आने वाले चुनाव के लिए तैयारी में जुटा है।