Greater Noida News : इस बात का फैसला हो गया है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर कौन सी कंपनी रेस्टोरेंट और कैफे बनाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रेस्टोरेंट, कैफे और खान-पान की दुकान बनाने का जिम्मा (एचएमएस होस्ट इंडिया) HMSHost India को मिला है। इस कंपनी के भारत में स्थित 6 एयरपोर्ट पर 51 स्टोर लगे हुए हैं। अब जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खान-पान का काम देखने की जिम्मेदारी भी एचएमएस होस्ट इंडिया को मिली है।
2006 में भारत में खोला पहला स्टोर
इस कंपनी ने पहली बार दिसंबर 2006 में बेंगलुरु एयरपोर्ट (Bengaluru Airport) पर अपना स्टोर लगाया था। एचएमएस होस्ट इंडिया ने अभी तक छह एयरपोर्ट पर अपने 51 स्टोर लगा दिए हैं। इसके डिमांड काफी ज्यादा है। इसके अलावा एचएमएस होस्ट इंडिया कंपनी के 75 देशों में करीब 1200 स्थानों पर साढ़े पांच हजार से ज्यादा बिक्री केंद्र हैं। आपको बता दें कि इससे पहले एयरपोर्ट ने एक वर्ल्ड क्लास लाउंज (World Class Lounge), मल्टी कुकीज भोजन (Multi Cookies Food) और बेवरेज सेंटर (Beverage Center) के साथ भी समझौता किया है।
7 ब्रांड के आउटलेट संचालित होंगे
इस मामले में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बताया, "हम चाहते हैं कि नोएडा एयरपोर्ट पर आने वाले हर व्यक्ति को बेहतर भोजन मिले, इसके अलावा हम यह भी चाहते हैं कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से सफर करने वाले को हर देश का प्रसिद्ध व्यंजन खाने को मिले। इसके लिए लगातार तैयारी चल रही है। करीब 7 ब्रांड के साथ आउटलेट संचालित करने का प्रयास किया जा रहा है। जहां पर दुनियाभर के प्रसिद्ध भोजनों को चखने का मौका मिलेगा।
रनवे का काम पूरा, जुलाई में लगेंगे रडार
एयरपोर्ट के लिए सबसे ज्यादा जरूरी रनवे है। जेवर हवाईअड्डे के लिए अभी एक रनवे बनाया जा रहा है। कार्यदायी एजेंसी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने शासन को बताया कि रनवे बन गया है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट के लिए जरूरी तैयारियां पूरी हो गई हैं। आने वाली 25 अप्रैल से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मतलब, 25 अप्रैल से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लंबी दूरी वाली उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसके लिए रनवे पूरी तरह तैयार है। फिलहाल रडार की जरूरत नहीं है। एयरपोर्ट से रोजाना 50 उड़ान रडार बिना किसी परेशानी के उड़ाई जा सकती है। चरण एक का विकास सितंबर-2024 में पूरा होने वाला है। दिसंबर 2023 के अंत तक 3,900 मीटर लंबे रनवे का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
दो महीने में पूरी होगी टर्मिनल बिल्डिंग
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने शासन को बताया कि हवाईअड्डे के पहले फेज को पूरा करने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। जिसमें से 7,371 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण पूरा हो चुका है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। अगले दो महीनों में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यात्री टर्मिनल बिल्डिंग का उपयोग कर सकेंगे।