Google Image | कोरोना फेफड़ों को कैसे करता है प्रभावित
कोरोना वायरस की दूसरी लहर अभी फिहाल पूरे भारत मे चल रही है।इसमे कई लोगों की मौत फेफड़ों में फैले वायरस के संक्रमण से हो गई है। ऐसे में आप सब के लिए ये जानना बहुत ही जरूरी है कि कोरोना आपके फेफड़ों को कैसे प्रभावित करता है। नई दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के एक वरिष्ठ सलाहकार डॉ. बॉबी भालोत्रा ने कहा है। कि कोरोना वायरस मानव फेफड़ों को बहुत बुरी तरीके से जकड़ लेता है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना बीमारी की चुनौती का सामना कर रही है। कोरोना वायरस भारत में अचानक फिर से फैल गया है। और यह एक बड़ी चुनौती है।
डॉ. भालोत्रा ने कहा कि बहुत सारे संक्रमण और बहुत सारी मौतें कोरोना वायरस के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा कोरोना का यह वायरस सबसे पहले शुरुआत में गले में संक्रमण शुरू कर देता है और अगर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में नहीं रहती है। तो उसके बाद वायरस सीधे आपके फेफड़ों में जाता है और फेफड़ों में संक्रमण का कारण बनता है। कोविड से प्रभावित होने के 5 से 6 दिनों के बाद फेफड़ों में बदलाव शुरू होता हैं। उसके बाद फेफड़ों में धब्बे जैसे दिखाई देने लगते हैं। संक्रमित शख्स के अंदर ऐसा होने में पॉजिटिव आने के 5 से 6 दिन बाद होता है।
डॉक्टर ने बताया कि फेफड़ों में संक्रमण फैलने के बाद सांस फूलना, खांसना, खांसी में मुंह से खून आना जैसे आम लक्षण दिखाई देते हैं। हालांकि डॉक्टर ने कहा कि जो लोग वैक्सीन लगवाते हैं। या जिन लोगों की इम्यूनिटी अच्छी होती है उनमें वायरस को रोकने की क्षमता होती है। आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता वायरस को फेफड़ों तक पहुंचने नहीं देती है। लेकिन अगर आपने वैक्सीन नहीं लगवाई है। या फिर आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं है तो वायरस सीधे गले से आपके फेफड़ों में पहुंच जाता है और फेफड़ों का संक्रमण जितना गहरा होगा स्कोर उतना ही बढ़ता जायेगा।