ग्रेटर नोएडा के गांवों में कोरोना का कहर, सैकड़ों परिवार तबाह हुए, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मांगी मदद

चिंताजनकः ग्रेटर नोएडा के गांवों में कोरोना का कहर, सैकड़ों परिवार तबाह हुए, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मांगी मदद

ग्रेटर नोएडा के गांवों में कोरोना का कहर, सैकड़ों परिवार तबाह हुए, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मांगी मदद

Tricity Today | गांव में सेनेटाइजेशन करते कर्मी

  • गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण की जद में अब यहां के गांव भी आ गए हैं
  • शहर में शुरू हुई महामारी का असर ग्रामीण इलाकों में भी दिखाई दे रहा है
  • सबसे बुरा हाल ग्रेटर नोएडा वेस्ट के आधा दर्जन गांवों का है
  • ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मदद की गुहार लगाई है
  • सैकड़ों की संख्या में बस चुकी कालोनियों ने इनके बीच की दूरी को पाट दिया है
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण की जद में अब यहां के गांव भी आ गए हैं। शहर में शुरू हुई महामारी का असर ग्रामीण इलाकों में भी दिखाई दे रहा है। हालांकि प्राधिकरण-प्रशासन सेनेटाइजेशन करा रहे हैं, लेकिन फौरी तौर पर उससे कोई राहत नहीं मिली है। गांवों में भी बीमारी तेजी से बढ़ रही है। सबसे बुरा हाल ग्रेटर नोएडा वेस्ट के आधा दर्जन गांवों का है। यहां के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर मदद की गुहार लगाई है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सादुल्लापुर, वेदपुरा, सैनी सुनपुरा मिलक और जलालपुर गांव आपस में मिले हुए हैं। इन गांवों के बीच का फासला मिट गया है। 

गांवों में नहीं हैं सुविधाएं
सैकड़ों की संख्या में बस चुकी कालोनियों ने इनके बीच की दूरी को पाट दिया है। ग्रामीण अमित कुमार ने बताया इन गांवों में कई पूरे परिवार कोरोना से पीड़ित हैं। अधिकांश लोग घरों में ही रहकर इलाज करा रहे हैं। कोई ऐसा दिन नहीं जाता, जब इनमें से किसी न किसी गांव में मौत की खबर न आती हो। पास में ही गांव पटवारी है। यहां भी कोरोना को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। किसान टीकम सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिलाए जाने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि बिसरख के पास एक बड़ा प्राइवेट हॉस्पिटल है, जहां कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है। लेकिन यह हॉस्पिटल इतना महंगा है कि यहां किसान और मजदूर परिवार का व्यक्ति इलाज नहीं करा सकता। गांवों में सेनेटाइजर का छिड़काव किए जाने की भी मांग की गई है।

विधायक धीरेंद्र सिंह ने कोविड केयर बनाने की पहल की 
जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को कोरोना वायरस का उपचार दिलाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। विधायक ने बीते शुक्रवार (30 अप्रैल) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की थी। जेवर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड-19 सेंटर में तब्दील करने की मंजूरी मिल गई है। विधायक ने अपनी निधि से 50 लाख रुपये की धनराशि जारी की है। जिससे इस कोविड-19 सेंटर के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद की जाएगी। पैसा जिलाधिकारी को तत्काल अस्पताल को कोविड-19 में परिवर्तित करने के लिए जारी किया गया है। जल्द ही यहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाएगा।

जल्द शुरू होगा उपचार
धीरेन्द्र सिंह ने कहा, "जल्द ही मरीजों को यहां उपचार मिलने लगेगा। हमने 24 घंटे चलने वाले एमएलए कोविड सहायता केन्द्र की भी स्थापना की है। देहात क्षेत्र के मरीजों को उनके घर के पास ही बेहतर तरीके से इलाज मिल सके, उसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता हुई है। उसके बाद जेवर-कानीगढी रोड पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किए जाने की दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं।" जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता के बाद अपनी विधायक निधि से 50 लाख रुपए की धनराशि मुख्य चिकित्साधिकारी को तत्काल उपलब्ध कराने के लिए पत्र भी गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी को भेज दिया है। 

सभी उपकरण रहेंगे मौजूद
धीरेन्द्र सिंह कहा, "इस पैसे से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन, वेंटीलेटर, एक्स-रे मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड, बेड साईड स्क्रीन, व्हीलचेयर, ट्रॉली आदि अन्य जरूरी उपकरणों का क्रय किया जाएगा। जिससे इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को उच्च सुविधाओं वाला अस्पताल बनाया जा सके।" विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा, "पिछले 3-4 दिनों में देहात क्षेत्र से बड़ी संख्या में मरीजों के संक्रमित होने की सूचनाएं आ रही हैं। जिसे देखते हुए यह जरूरी हो गया था कि आम आदमी को सुलभ और निशुल्क इलाज उनके घर के समीप ही उपलब्ध हो पाए। इसी दिशा में जेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल बनाए जाने पर कार्य किया जा रहा है। जिसकी स्थापना से जेवर विधानसभा के पूरे देहात क्षेत्र के लोगों को इस महामारी के समय में काफी समस्याओं से निजात मिल जाएगी।"

पहले 100 बिस्तरों का इंतजाम किया जाएगा
विधायक ने बताया कि प्रारम्भ में लगभग 100 बेड और अति आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था करवाई जा रही है। जिलाधिकारी को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि आने वाले 3-4 दिनों में क्षेत्र की जनता की समस्याओं को देखते हुए इस अस्पताल में मरीजों का इलाज सुनिश्चित करें। विधायक ने कहा कि अगर आने वाले दिनों में और जरूरत हुई तो बिस्तर और उपकरण बढ़ाए जाएंगे। फिलहाल जरूरी है कि तत्कालिक रूप से लोगों का इलाज शुरू किया जाए।

24 घंटे काम करेगा एमएलए कोविड सहायता केन्द्र
धीरेन्द्र सिंह ने "एमएलए कोविड सहायता केन्द्र" की भी स्थापना की है। इस केंद्र में 24 घंटे 4 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। क्षेत्र से आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए यह लोग काम करेंगे। जनता की सुविधा के लिए 5 मोबाईल नंबर भी जारी किए गए हैं, जिससे आ रही समस्याओं को एकीकृत करके उनके निराकरण की व्यवस्था की जायेगी। राकेश राघव से मोबाइल नंबर 9999751848 और 9457078417 पर संपर्क किया जा सकता है। विकास चौधरी से मोबाइल नंबर 9870862901 पर संपर्क किया जा सकता है। सुरेश चंद्र से 7830555450 और मोनू गर्ग से 9957569342 पर संपर्क किया जा सकता है।
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