Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट एरिया के शाहबेरी गांव में अवैध बिल्डिंगों का जाल फैलता जा रहा है। यह सब ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। शनिवार की सुबह एक अवैध बिल्डिंग में आग लग गई। जबकि इससे पहले एक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई थी। जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद शासन के आदेश पर शाहबेरी में पूरी तरह से किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी थी। अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी बिसरख कोतवाली पुलिस, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की डिविजन-1 और डिविजन-2 के प्रभारी को दी गई थी लेकिन अवैध निर्माण शाहबेेरी मे लगातार जारी है।
बिल्डर भोले-भाले लोगों से कर रहे धोखाधड़ी
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की अरबों रुपये की कीमती जमीन हाथ से निकल गई है। शाहबेरी में बगैर किसी रोक-टोक बिल्डर छोटे-छोटे टुकडों में प्लॉट पर अवैध टावर बनाने में लगे हैं। बिल्डर भोले-भाले लोगों को सस्ता फ्लैट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस तरह शाहबेरी में अवैध टावरों का जाल खड़ा हो गया है। यदि यही हाल रहा तो शाहबेरी में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के लिए एक इंच जमीन नहीं बचेगी। पूरी जमीन हाथ से निकल जाएगी। शाहबेरी में साफ-सफाई से लेकर बिजली और पानी समेत अन्य सभी जरूरी सुविधाएं ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पल्ले बंधती जा रही हैं।
शाहबेरी की अवैध इमारत में गई थी 9 लोगों जान
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित शाहबेरी में बीते 17 जुलाई 2018 की रात दो अवैध इमारत गिर गई थीं। उस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थीं। शाहबेरी कांड में उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा पुलिस ने एक से बढ़कर एक सख्त कार्रवाई की। अभी तक इस मामले में कई बिल्डरों की करोड़ों रुपए की सम्पति कुर्क हो चुकी हैं। यह न्यायालय के आदेश पर हुआ। करीब एक दर्जन आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।