Greater Noida News : क्रिकेट जो कि देश के हर एक बच्चे का एक सपना है। जिसके लिए रोज सैंकड़ों बच्चों के मां-बाप पैसे खर्च कर उनको अकादमी में भेजते हैं। क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनाने का वादा करने वाली गौतमबुद्ध नगर की अधिकांश क्रिकेट अकादमियों की हकीकत चौंकाने वाली है। जिले के खेल विभाग के आंकड़ों से पता चला है कि पिछले आठ वर्षों में केवल एक अकादमी ने ही आधिकारिक पंजीकरण कराया है।
100 से अधिक क्रिकेट अकादमियां बिना किसी पंजीकरण के संचालित
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक क्रिकेट अकादमियां बिना किसी पंजीकरण के संचालित हो रही हैं। इनमें से अधिकतर में न तो प्रशिक्षित कोच हैं और न ही आवश्यक खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं। विशेष जांच में यह भी सामने आया है कि जिले के 300 से अधिक निजी विद्यालयों में से लगभग 200 स्कूलों में खेल अकादमियां चल रही हैं। जिनमें से किसी ने भी खेल विभाग से पंजीकरण नहीं कराया है। ये संस्थान मोटी फीस वसूल कर केवल छोटी-मोटी प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र के प्रतिभाशाली बच्चे दूसरे शहरों का रुख कर रहे हैं। अब यह प्रश्न उठता है कि ऐसे में क्षेत्र से स्टार खिलाड़ी कैसे निकलेगा जब अकादमी का यह हाल है।
छापेमारी में आए कई तथ्य सामने
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में की गई छापेमारी में और भी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। दस से अधिक अकादमियों के निरीक्षण में पाया गया कि इनमें से कई बिजली की चोरी कर रात में प्रशिक्षण दे रही थीं। साथ ही एनजीटी के नियमों के विपरीत बोरवेल का उपयोग कर रही थीं। खेल विभाग की ओर से कार्रवाई सीमित रही है। विभाग केवल आकस्मिक छापेमारी और जुर्माना लगाने तक ही सीमित है।