खैरपुर भूमि घोटाले में किसानों ने दी सफाई, कहा- हमारी जमीन लीजबैक और बोर्ड बैठक में छोड़ी गई

Greater Noida : खैरपुर भूमि घोटाले में किसानों ने दी सफाई, कहा- हमारी जमीन लीजबैक और बोर्ड बैठक में छोड़ी गई

खैरपुर भूमि घोटाले में किसानों ने दी सफाई, कहा- हमारी जमीन लीजबैक और बोर्ड बैठक में छोड़ी गई

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और किसान हरेंद्र खारी

Greater Noida : खैरपुर में हुए भूमि घोटाले के मामले में किसानों ने सफाई देते हुए बताया कि उनकी जो जमीन छोड़ी गई है वह बोर्ड बैठक 82 और 101 में छोड़ी गई है। खैरपुर के किसान हरेंद्र खारी ने बताया कि खसरा नंबर 205 जिसका रकबा 6 हजार और 2889 वह जगत सिंह के नाम है। खसरा संख्या 581 जिसका रकबा 2530 वर्ग मीटर और 4435 वर्ग मीटर हरेंद्र वीरेंद्र के नाम दर्ज है। खसरा नंबर 579 जिसका रकबा 1280 वर्ग मीटर जमीन 101 बोर्ड बैठक से पास हुई है।  

लीजबैक के प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास किए गए 
उन्होंने बताया कि एसआईटी कि 2018 में गठित समिति ने लीजबैक के 1451 प्रकरणों के निस्तारण करने के आदेश ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को दिए थे। नियमावली 2011 में जो बनी थी, उसमें 3 हजार वर्ग मीटर प्रति परिवार लीजबैक जमीन छोड़ने का नियम बनाया गया था। उन्होंने बताया कि हमारे 10 परिवार हैं और 10 परिवारों के हिसाब से जमीन छोड़ने के लिए लीजबैक के प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास किए गए हैं। 

पूरी तरह से अपनी जमीन पर काबिज हैं किसान 
हरेंद्र खारी ने बताया कि यह जमीन किसी भी तरह से जांच के दायरे में नहीं आती और वह पूरी तरह से अपनी जमीन पर काबिज हैं। उन्होंने पुरानी बसी आबादी की लीज बैक कराई है, उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।  उन्होंने बताया कि गांव के कुछ प्रतिद्वंदी लोग उनको बदनाम करने की नियत से खबरें गलत छपवा रहे हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.