Noida News : ऑटो स्पोर्ट्स का खास आकृषण रफ्तार है। रफ्तार ही दुनियाभर के ड्राइवरों और प्रशंसकों को मोटोजीपी और एफ-1 जैसे खेलों की तरफ खींचकर लाती है। ग्रेटर के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) पर पहली बार मोटोजीपी बाइक रेसिंग होने जा रही है। युवा वर्ग में उत्साह बना हुआ है। आयोजन के लिए ऑनलाइन टिकटों की बिक्री तेजी से रही है। प्रतिद्वंद्विता, प्रतिभा, जीत, उत्साह और दिल टूटना प्रशंसकों को बार-बार इन खेलों की तरफ वापस आने पर मजबूर करता है। बाइकों और कारों को यथासंभव तेज गति से दौड़ते देखने का आनंद शायद सबसे नशीला है। ग्रेटर नोएडा के बीआईसी पर दस साल बाद रफ्तार और रोमांच की वापसी हो रही है।
मोटोजीपी : दुनिया का दूसरा सर्वाधिक रफ्तार वाला ऑटो स्पोर्ट्स
ऑटो स्पोर्ट्स की श्रृंखलाओं में कार या बाइक की गति उनकी शक्ति, एयरोडायनेमिक्स और प्रौद्योगिकी पर निर्भर होती है। अगर इंसान की बात करें तो ड्राइवरों की प्रतिभा बड़े मायने रखती है। मोटोजीपी और एफ-1 जैसे खेल इंसान और मशीन का सर्वोत्कृष्ट तालमेल हैं। अगर मोटोजीपी की बात करें तो एफ-1 के बाद यह दुनिया का सर्वाधिक रफ्तार वाला ऑटो स्पोर्ट्स है। मोटोजीपी के ड्राइवर्स और चैंपियंस के रिकॉर्ड पढ़कर आप दांतों तले अंगुली दबा लेंगे।
नंबर एक : इंडीकार अब तक की सबसे तेज़ गति : 381 किलोमीटर/घंटा
इंडीकार्स ने मोटर स्पोर्ट में सबसे ऊंची गति हासिल करने का रिकॉर्ड कायम किया है। यह 380 किलोमीटर प्रति घंटा घंटा तक पहुंच गई। यह एफ-1 की तुलना से कहीं अधिक है। हालांकि, इंडिकार को इस गति तक पहुंचने में एफ-1 कार के मुकाबले थोड़ा अधिक समय लगता है। इंडीकार की शीर्ष गति सबसे बड़े अंडाकार स्पीडवे पर हासिल की जाती है, जहां कारें अपने सबसे कम डाउनफोर्स सेट-अप में चलती हैं। 2020 में मार्को एंड्रेटी ने चार लैप्स के दौरान 327.32 किमी प्रति घंटा की औसत गति के साथ इंडी-500 के लिए पोल पोजीशन हासिल की थी। हालांकि, यह रिकॉर्ड से काफी कम है। एरी लुएन्डिक की औसत गति 381.391 किमी प्रति घंटा थी। 1996 में इंडी-500 के लिए क्वालीफाइंग रेस में यह रिकॉर्ड कायम किया था।
इंडीकार्स स्ट्रीट सर्किट और रोड कोर्स के लिए अधिक डाउनफोर्स अपनाते हैं, और जबकि यह उन्हें इन सर्किट के तंग कोनों में तेज़ बनाता है, परिणामस्वरूप उनकी शीर्ष गति स्वाभाविक रूप से कम हो जाती है। विल पावर ने 2020 में मिड ओहियो में होंडा इंडी 200 जीता, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई ड्राइवर ने 90 मिनट की दौड़ में 113.978 मील प्रति घंटे की औसत से दौड़ लगाई; आप अंडाकार पर जो देखेंगे उससे बहुत नीचे।
नंबर दो : एफ-1 कार
अब तक की सबसे तेज़ गति : 372.5 किलोमीटर/घंटा
फॉर्मूला वन कारें लगभग 2.6 सेकंड में जीरो से 60 मील प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़ लेती हैं। उनकी सबसे तेज गति को देखते हुए यह धीमा लग सकता है। उनकी रफ्तार का अधिकांश हिस्सा एयरोडायनमिक्स से मिलता है। जो कार जितनी तेज चलती है, उतना बेहतर काम करती है। मतलब, कोई कार खड़े-खड़े अपनी पूरी शक्ति का उपयोग नहीं कर सकती है। 2022 में एफ-1 क्वालीफाइंग सत्र में सबसे तेज़ गति मापी गई। मेक्सिको में केविन मैगनसैन ने 351.7 किलोमीटर प्रति घंटा की गति हासिल की थी। जबकि वाल्टेरी बोटास के पास वर्तमान में एफ-1 दौड़ में सबसे अधिक गति हासिल करने का रिकॉर्ड है, जो 372.5 किलोमीटर/घंटा है।
नंबर तीन : मोटोजीपी बाइक
अब तक की सबसे तेज़ गति : 363.6 किलोमीटर/घंटा
जॉर्ज मार्टिन ने एक आधिकारिक सत्र में मोटोजीपी के लिए उच्चतम दर्ज की गई गति का रिकॉर्ड बनाया है। वह 2022 में प्रामैक डुकाटी पर सवार था। इटालियन ग्रांप्री के दौरान मुगेलो में 363.6 किमी/घंटा की रफ्तार तक पहुंच गया था। उन्होंने 2021 में कतर जीपी के लिए एफपी-4 में लॉसेल इंटरनेशनल सर्किट में जोहान ज़ारको के 362.4 किमी/घंटा के पिछली सबसे तेज गति को रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। मोटोजीपी मोटो-2 और मोटो-3 वर्गों की तुलना में काफी तेज है, जिनकी शीर्ष गति 295 किमी/घंटा और 245 किमी से अधिक है।
एफ-1 की तरह मोटोजीपी की मशीनरी लगभग 2.6 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है, लेकिन बाइक को 300 किमी/घंटा तक पहुंचने में थोड़ा अधिक समय लगता है। एफ-1 को कॉर्नरिंग गति एक महत्वपूर्ण लाभ देती है। यहां तक कि कुछ मोड़ वाले ट्रैक पर भी 2020 में ऑस्ट्रियाई ग्रांप्री के लिए क्वालीफाइंग रेस में वाल्टेरी बोटास का 1:02.939 मिनट का पोल टाइम उसी वर्ष मोटोजीपी के पोल सिटर मेवरिक विनालेस के समय 1:23.450 से कहीं अधिक था।
नंबर चार : फॉर्मूला-2
अब तक की सबसे तेज़ गति : 335 किलोमीटर/घंटा
F-2 कारें F-1 कारों की तुलना में लगभग 10 से 15 सेकंड धीमी गति से चलती हैं। उदाहरण के तौर पर 2020 में स्पैनिश ग्रांप्री को लेते हैं। लुईस हैमिल्टन ने 1:15.584 सेकेण्ड के समय के साथ पोल पोजीशन हासिल की थी। जबकि कैलम इलोट ने F-2 में 1:28.381 मिनट का बेंचमार्क सेट किया था। एक ही ट्रैक पर दोनों रेस की तुलना करने पर अंतर का स्पष्ट पता चलता है। F-2 मशीनें F-1 कारों की तुलना में कम जटिल हैं। जो ड्राइवरों को दुनिया की प्रमुख सिंगल-सीटर श्रृंखला की ओर एक कदम बढ़ाती हैं। 3.4-लीटर वी-6 मेकाक्रोम इंजन से चलने वाली यह कारें डीआरएस के साथ मोंज़ा सर्किट में उपयोग किए जाने वाले लो-ड्रैग सेट-अप में लगभग 335 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ती हैं।
नंबर पांच : NASCAR अब तक की सबसे तेज़ गति : 321 किलोमीटर/घंटा
1980 के दशक से दर्शकों और ड्राइवरों को यह खेल नुकसान पहुंचा रहा है। बेतहाशा रफ्तार और काम सुरक्षा उपायों के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। लिहाजा, NASCAR सुरक्षा उपाय के रूप में कारों की टॉप स्पीड को प्रतिबंधित कर रहा है। कारों का वजन स्पीड के विरुद्ध काम करता है। NASCAR में दर्ज की गई वर्तमान शीर्ष गति लगभग 321 किमी/घंटा है, जो F1 और IndyCar की तुलना में काफी धीमी है। NASCAR का त्वरण समय भी धीमा है, जो लगभग 3.4 सेकंड में 0-96 किमी/घंटा तक पहुंचता है।