रिश्वत वाले सब इंस्पेक्टर के पक्ष में आया दरोगा, पीड़ित से बोला- गांव में 10 से 50 लोगों तक के लोगों को रहने नहीं दूंगा

ग्रेटर नोएडा : रिश्वत वाले सब इंस्पेक्टर के पक्ष में आया दरोगा, पीड़ित से बोला- गांव में 10 से 50 लोगों तक के लोगों को रहने नहीं दूंगा

रिश्वत वाले सब इंस्पेक्टर के पक्ष में आया दरोगा, पीड़ित से बोला- गांव में 10 से 50 लोगों तक के लोगों को रहने नहीं दूंगा

Google Image | Symbolic Photo

Greater Noida : बीते 7 जून को गौतमबुद्ध नगर में तैनात एक सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। इस मामले में मेरठ से आई एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने भी आरोपी सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया। अब इस मामले में योगेंद्र सिंह का साथी आनंद उस परिवार को धमकी दे रहा है, जिससे योगेंद्र सिंह ने रिश्वत मांगी थी। आनंद ने पीड़ित व्यक्ति से कहा कि या तो वह उस गांव को छोड़ दें नहीं तो उसके साथ वह हाल होगा, जो वह सपने में भी नहीं सोच सकता।

सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल
सोशल मीडिया पर ऑडियो काफी तेजी के साथ वायरल हो रही है। यह ऑडियो पीड़ित रफाकत के छोटे भाई नन्हे और जारचा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर आनंद की है। ऑडियो में सुनाई दे रहा है कि थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर आनंद पीड़ित के छोटे भाई नन्हे को धमकी दे रहा है। सब इंस्पेक्टर बोल रहा है, "या तो वह गांव छोड़ दे नहीं तो उसका वह हाल किया जाएगा, वह अपने बच्चों से भी मिलने को तरस जाएगा। वह पूरी उम्र परेशान रहेगा। वह उसको पेल देगा।"

गांव को बर्बाद करने की धमकी दी
सब इंस्पेक्टर आनंद पीड़ित नन्हे को धमकी दे रहा है कि, "अब वह उसके गांव को बर्बाद कर देगा। उसके गांव में या तो 10 साल से कम उम्र का बच्चा बचेगा या फिर 50 वर्ष से ज्यादा उम्र का व्यक्ति बचेगा।" सब इंस्पेक्टर धमकी दे रहा है कि, "उसने योगेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करके अच्छा काम नहीं किया।" नन्हे में थाने में शिकायत देते हुए कहा है कि अब वह अपना गांव छोड़ने को मजबूर है। अगर वह गांव में रहता है तो उसके साथ कोई अनहोनी हो सकती है। पीड़ित ने आशंका जाहिर की है कि पुलिस उसको झूठे केस में फंसाकर जेल भेज सकती है या फिर एनकाउंटर में मरवा सकती है। पीड़ित ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत दी है और मदद की गुहार लगाई है। इस मामले के बाद पीड़ित का परिवार काफी डरा हुआ है और न्याय की गुहार लगा रहा है। आरोपी सब इंस्पेक्टर योगेंद्र का साथी आनंद उसके ऊपर मामले को वापस लेने का दबाव बना रहा है, ऐसा नहीं करने पर भुगत लेने की धमकी भी दे रहा है।

क्या है पूरा मामला
बीते दिनों एक मारपीट का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच सब इंस्पेक्टर योगेंद्र कर रहे थे। इस मामले में एनसीआर दर्ज की गई थी। योगेंद्र ने मामले को रफा-दफा करने के लिए 35 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई। इस मामले की शिकायत मेरठ स्थित एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में की गई थी। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने जारचा थाने में पहुंचकर सब इंस्पेक्टर योगेंद्र को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

जारचा पुलिस स्टेशन में तैनात था सब इंस्पेक्टर
जारचा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह को मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। योगेंद्र सिंह एक मामले में बतौर रिश्वत 35 हजार रुपये मांग रहे थे। पीड़ित ने यह शिकायत मेरठ में एंटी करप्शन टीम से की थी। एंटी करप्शन टीम ने पीड़ित को पाउडर लगे हुए 35 हजार रुपये के नोट दिए और सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह के पास भेज दिया था। पीड़ित ने बतौर रिश्वत सब इंस्पेक्टर को पैसे दिए थे। ठीक उसी वक्त एंटी करप्शन की टीम ने छापा मारा और योगेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। यह पूरी कार्यवाही थाना परिसर में की गई थी।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.