Greater Noida : चीनी जासूसों और उन्हें शरण देने वालों की गिरफ्तारी के बाद देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़े मामले की जांच यूपी एसटीएफ ने शुरू कर दिया है। यूपी एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक देवेंद्र सिंह चौहान के आदेश पर देर रात को इस मामले की जांच एसटीएफ ने अपने हाथों में ले लिया है।
अहम दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे
उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने मंगलवार की सुबह इससे संबंधित सारे दस्तावेज हासिल कर लिया है। एक विशेष टीम बनाकर इस मामले की जांच की जा रही है। एसटीएफ के अधिकारी सोमवार से गिरफ्तार 4 आरोपियों से भी गहनता से पूछताछ कर रहे हैं। चीनी जासूसों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार घरबरा गांव स्थित गेस्ट हाउस के मालिक रवि नटवरलाल ने पूछताछ में कई राज उगले हैं।
आयकर विभाग को पहुंचाया करोड़ों का नुकसान
आरोपी ने बताया कि नियम के अनुसार भारत में कारोबार करने वाली चीन की कंपनी में भारतीय निदेशक की नियुक्ति अनिवार्य है। इसका लाभ उठाने के लिए रवि ने कई कंपनियां तैयार कर ली थी। इन कंपनियों के नाम पर मोबाइल से जुड़े पार्ट्स और अन्य सामान की खरीद फरोख्त करता था। आरोपी आयात कर चोरी करके राजस्व को क्षति पहुंचा रहा था।
पूछताछ में उगले बड़े राज
आरोपी ने चीन के दो नागरिकों के नाम भी उगले हैं, जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। उनमें घरबरा स्थित गेस्ट हाउस का एग्रीमेंट करने वाला जानसन और दूसरा उसका साथी बिन बताया जा गया है। इसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने इसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
नटवरलाल समय 4 गिरफ्तार
चीन के नागरिकों की भारत में अवैध रूप से रहने में मदद करने के मामले में पुलिस ने कल रवि नटवरलाल ठक्कर को गिरफ्तार किया इससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने इसके तीन अन्य सहयोगियों पुष्पेंद्र, हैलूंग नेइले नेवमें उर्फ एलन और प्रदीप को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि रवि नटवरलाल ठक्कर हवाला समेत कई अन्य मामलों में वांछित था।
दरोगा समेत 3 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
इस मामले में घरबरा गांव के गेस्टहाउस में अवैध रूप से पब आदि संचालित होने के मामले में लापरवाही पाए जाने पर हलका इंचार्ज दरोगा दीपक, सिपाही प्रमोद और मोहित को लाइन हाजिर कर दिया गया है। देश की सुरक्षा से जुड़े इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी गई है। अब तक बीटा-2 थाना पुलिस इसकी जांच कर रही थी।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक 11 जून को बिहार के इंडो-नेपाल बार्डर से सीमा सुरक्षा बल ने चीन के दो नागरिकों लु लैंग और यूं हेलंग को जासूसी के शक में गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों के ग्रेटर नोएडा की पॉश सोसाइटी जेपी ग्रींस के फ्लैट निवासी चीन के नागरिक जू फाई उर्फ कैरी के पास रुकने की बात सामने आई थी। पुलिस ने मामले की जांच कर जू फाई और उसकी महिला मित्र पटेखे रेनुओ को गुरुग्राम के होटल से गिरफ्तार किया। रिमांड पर पूछताछ में घरबरा के गेस्ट हाउस में अवैध रूप से चल रहे पब और कसीनो का खुलासा हुआ। यहां चीन के नागरिकों के मौज मस्ती के लिए 30 से अधिक पूर्वोत्तर की युवतियों के काम करने की जानकारी मिली।
डीसीपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन करवा रही पुलिस की भूमिका की जांच
पुलिस चीन के नागरिकों के मददगार रवि नटवरलाल की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने उसके फ्लैट में भी दबिश देकर वहां से बीएमडब्ल्यू कार, पांच करोड़ का कैंसिल चेक आदि बरामद किया था। पुलिस पूरे मामले का सूत्रधार रवि नटवरलाल को मान रही थी। शनिवार को उसका लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। पुलिस की कई टीम आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। गंभीर मामले में डीसीपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन से बीट के सिपाही से लेकर थानेदार की भूमिका की जांच के आदेश दिए थे।