बहन की देखभाल करने आई युवती से जीजा ने किया रेप, थानेदार ने आरोपी को पकड़कर छोड़ा, पीड़िता ने डीसीपी से मांगी मदद

ग्रेटर नोएडा : बहन की देखभाल करने आई युवती से जीजा ने किया रेप, थानेदार ने आरोपी को पकड़कर छोड़ा, पीड़िता ने डीसीपी से मांगी मदद

बहन की देखभाल करने आई युवती से जीजा ने किया रेप, थानेदार ने आरोपी को पकड़कर छोड़ा, पीड़िता ने डीसीपी से मांगी मदद

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा डीसीपी कार्यालय में परिजनों के साथ बैठी युवती। पीड़िता की पहचान छिपाने के लिए सभी के चेहरे धुंधले किए गए हैं।

Greater Noida News : एक युवती अपनी शादीशुदा बड़ी बहन की देखभाल करने के लिए उसके घर गई तो जीजा ने उसके साथ दुष्कर्म किया। एक बार नहीं कई बार जीजा ने अपनी साली को हवस का शिकार बनाया है। अब दुष्कर्म करने के बाद जीजा अपनी साली की हत्या करना चाहता है। बीते दिनों जब युवती पेपर देने के लिए पिलखुवा गई तो आरोपी ने युवती की हत्या करने का प्रयास किया। इस मामले में पीड़िता ने जारचा थाने के एसएचओ से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और छोड़ दिया। अब लड़की ग्रेटर नोएडा की डीसीपी मीनाक्षी कात्यायन के कार्यालय पहुंची है।

क्या है पूरा मामला
युवती ने बताया कि उसकी बड़ी बहन की शादी की मई 2017 में गौतमबुद्ध नगर के जारचा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक युवक से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद उसकी बड़ी बहन को लड़का हुआ। जिसके बाद वह अपनी बहन की देखभाल करने के लिए उसके घर चली गई। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान उसके जीजा ने उसको नींद की गोली दे दी और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान आरोपी जीजा ने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया था।

आरोपी जीजा ने साली की अश्लील वीडियो बनाई
पीड़िता ने बताया कि आरोपी जीजा ने अश्लील फोटो और वीडियो के माध्यम से उसको काफी बार अपनी हवस का शिकार बनाया है। आरोपी जीजा ने धमकी दी कि अगर वह यह बात किसी को बता देगी तो उसकी अश्लील वीडियो फेसबुक और सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा। जिसके बाद वह किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं बचेगी। आरोपी लगातार अपनी साली को काफी समय तक हवस का शिकार बनाता रहा। जिसकी वजह से पीड़िता बुरी तरीके से टूट गई।

जीजा ने युवती और उसके भाई को मारने का प्रयास किया
पीड़िता ने बताया कि उसकी मां का देहांत हो चुका है। जिसकी वजह से वह अपनी आपबीती किसी को नहीं बता पाई। अब वह अपने घर आ गई है तो उसका जीजा लगातार उसको परेशान कर रहा है। जीजा अभी भी उसको ब्लैकमेल करके उसके साथ दुष्कर्म करना चाहता है। आरोपी लड़की को अपने घर बुलाने के लिए दबाव डाल रहा है। पीड़िता ने बताया कि इस बात से इंकार करने पर उसके जीजा ने उसको मारने का प्रयास किया। बीते दिनों वह अपना एग्जाम देने के लिए पिलखुवा गई थी। पीछे से उसका जीजा आ गया और उसका अपहरण करने का प्रयास किया। जब उसके भाई ने विरोध किया तो उसके जीजा ने अपने साथियों के साथ मिलकर हम दोनों भाई-बहन को जान से मारने का प्रयास किया। जान से मारने की नियत से आरोपी ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जिसकी वजह से वह और उसका भाई घायल हो गया है।

आरोपी को बचाने के लिए विधायक बना रहा पुलिस पर दवाब
युवती ने इस मामले की शिकायत जारचा थाना पुलिस से की थी। युवती ने बताया कि बीती रात थाना पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। लड़की का आरोप है कि अमित राणा की दोस्ती एक विधायक के साथ है। उसके कहने पर उसको छोड़ दिया गया। सुबह जब पीड़िता के परिजन एसएचओ जारचा से एफआईआर की कॉपी लेने पहुंचे तो उसने कहा, यह मामला बुलंदशहर जिले का है। लिहाजा, एफआईआर बुलंदशहर जिले में ही दर्ज होगी। इसी वजह से हमने आरोपी को छोड़ दिया है।

विधायक पर आरोपी को बचाने का आरोप
लड़की और उसके भाई ने बताया कि आरोपी  को बचाने के लिए एक विधायक पुलिस पर दबाव बना रहा है। पीड़िता ने महिला डीसीपी ने मदद की गुहार लगाई। पूरी घटना को लेकर एक ट्वीट भी किया है। इसके बाद बुधवार की दोपहर लड़की, उसका भाई और पिता ग्रेटर नोएडा में डीसीपी मीनाक्षी कात्यायन से मुलाकात करने पहुंचे। लड़की ने पूरी जानकारी डीसीपी ग्रेटर नोएडा को दी है। घटना को लेकर जारचा के एसएचओ से बात की गई। उन्होंने कहा, "मेरी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है। मुझे कोई शिकायत नहीं मिली है।" दूसरी ओर डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा ने कहा, "मामला संज्ञान में है। एसएचओ से जानकारी मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि परिवार का आपसी विवाद है। लड़की और उसका भाई गलत आरोप लगा रहे हैं।"

जारचा एसएचओ के तीन अलग-अलग बयान
कुल मिलाकर इस पूरे मामले में जारचा के एसएचओ ने तीन अलग-अलग बयान दिए हैं। उन्होंने एक तरफ पीड़ित युवती के एफआईआर दर्ज करने से इनकार किया। जिसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि घटना बुलंदशहर में हुई है। लिहाजा बुलंदशहर में एफआईआर दर्ज होगी। सही मायने में एसएचओ को जीरो एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर देनी चाहिए थी। ऐसा क्यों नहीं किया गया? दूसरा बयान "ट्राईसिटी टुडे" की टीम को दिया। जिसमें उन्होंने साफ तौर से घटना के बारे में कोई जानकारी या शिकायत मिलने से इनकार किया है। एसएचओ ने तीसरा बयान डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला को दिया है। जिसमें एसएचओ ने इस पूरे मामले को पारिवारिक विवाद बताकर लड़की के आरोपों को हल्का करने की कोशिश की है। ऐसे में साफ है कि जारचा एसएचओ किसी ना किसी तरह के दबाव में काम कर रहे हैं।

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