Greater Noida News : एक तरफ डॉक्टर को देवदूत के रूप में माना जाता है। लेकिन, आज के समय में डॉक्टर ने इलाज को एक धंधा बना लिया है। ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा के अस्पताल से आया है। जहां पर बुलंदशहर की रहने वाली महिला से डॉक्टर ने गांठ निकालने के नाम पर लाखों रुपए वसूल लिए। लेकिन अब महिला का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उनका ढंग से इलाज नहीं किया है। उन्हें अभी भी दर्द हो रहा है।
गांठ के नाम पर वसूले लाखों रुपये
बुलंदशहर के रहने वाली सरिता को पेट में हमेशा दर्द रहता था। जिसके चलते घरवाले उसे एक निजी अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने बताया कि, उनकी ओवरी में एक गांठ है। जिसका ऑपरेशन करवाना होगा। इसके बाद उसका ऑपरेशन 2 सितंबर 2020 को किया गया। जिसके लिए अस्पताल प्रशासन ने ऑपरेशन के नाम पर मरीज के परिजनों से 90 हजार रुपये ले लिए। हालांकि, अब महिला का आरोप है कि उसे अभी भी दर्द है। ऑपरेशन के बाद भी ना गांठ निकली और ना दर्द कम हो रहा है।
ऑपरेशन में नहीं निकाली गई गांठ
पेट दर्द ठीक न होने के कारण सरिता वापस डॉक्टर के पास गई। जिसके बाद डॉक्टर ने उसे दर्द की दवाई दे दी। लेकिन उस दवाई से भी कोई आराम नहीं आया। इसको लेकर वो अपना इलाज करवाने हायर सेंटर चली गई। जहां जांच के दौरान पता चला कि अस्पताल में हुए ऑपरेशन में गांठ नहीं निकाली गई।
उपभोक्ता आयोग ने निजी अस्पताल पर ठोका लाखों का जुर्माना
इसके बाद पीड़िता ने उपभोक्ता आयोग में वाद दायर किया। जिसको लेकर आयोग ने हॉस्पिटल को नोटिस जारी किया। वहीं कोई भी व्यक्ति पैरवी के लिए नहीं पहुंचा। ऐसे में आयोग ने एकपक्षीय फैसला सुनाते हुए अस्पताल प्रबंधन को 45 दिन के अंदर पीड़िता को बतौर हर्जाना पांच लाख रुपये और वाद व्यय के तौर पर 10 हजार रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया। तय समय अवधि में जुर्माना अदा न करने पर जुर्माने की राशि पर अतिरिक्त ब्याज भी देना होगा।