Tricity Today | नोएडा एयरपोर्ट के पास बनेगा सबसे बड़ा हैबिटेट और कन्वेंशन सेंटर
Greater Noida News : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बहुमुखी विकास हो रहा है। वहां पर आज किसी भी चीज की कमी नहीं है। अब एक बड़ा फैसला लिया गया है। देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास उत्तर प्रदेश और एनसीआर का सबसे बड़ा हैबिटेट सेंटर बनाया जाएगा। हैबिटेट के साथ कन्वेंशन सेंटर भी बनाया जाएगा। इस बात की घोषणा यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने की है। साथ में उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को लेकर हुडको और एनबीसीसी का पूरा सहयोग मिलेगा। दोनों ने उनके साथ विकास कार्यों में 4 चांद लगाने की घोषणा कर दी है। इससे पहले हुडको के साथ यमुना विकास प्राधिकरण का समझौता साइन हो चुका है।
पांच सालों में 57,000 करोड़ रुपये का विकास होगा
यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया, "हुडको भारत सरकार की एक संस्था है, जो लोन देती है। यमुना प्राधिकरण ने हुडको के साथ एक समझौता साइन किया है। समझौते में लिखा है कि अगले 5 सालों में करीब 40 गांव में 18,000 हैकटेयर जमीन खरीदी जाएगी। उसमें 57,000 करोड़ रुपये का विकास कार्य किया जाएगा। इसके लिए जो पैसे की आवश्यकता होगी। उसमें राज्य सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने 3,300 करोड़ रुपये का लोन ब्याज मुक्त दिया गया है। इसके अलावा बाकी पैसा हुडको के द्वारा दिया जाएगा। आने वाले समय में विकास कार्य को लेकर यह समझौता साइन हुआ है। शुरुआत में करीब 10,000 करोड़ रुपये हुडको की तरफ से यमुना प्राधिकरण को दिए जाएंगे, लेकिन इसकी कोई सीमा नहीं है। आने वाले समय में और भी ज्यादा पैसा लिया जा सकता है।"
हैबिटेट केंद्र और कन्वेंशन सेंटर
डॉ.अरुणवीर सिंह ने आगे बताया, "इसके अलावा हम साथ मिलकर यमुना हैबिटेट केंद्र बनाएंगे। यह करीब 25 एकड़ का होगा। जबकि दिल्ली में 20 एकड़ का हैबिटेट सेंटर है। खास बात यह होती कि हैबिटेट सेंटर के लिए जमीन यमुना प्राधिकरण के द्वारा दी जाएगी। जमीन पर विकास करने के लिए हुडको लोन देगा और इसको बनाने का काम एनबीसीसी करेगा। यानी की कुल मिलाकर यमुना प्राधिकरण, हुडको और नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) मिलकर हैबिटेट सेंटर बनाएगा। तीनों सरकारी एजेंसी मिलकर विकास कार्यों में चांद लगा देगी। इसी के साथ 15 एकड़ का कन्वेंशन केंद्र भी बनाया जाएगा। यह विज्ञान भवन की तर्ज होगा, जिसका सबको फायदा मिलेगा।"
हुडको बदल देगा यमुना सिटी की सूरत
सीईओ का कहना है, "इसके अलावा यमुना सिटी में जो नए सेक्टर विकसित होंगे, उनमें प्रोजेक्ट को लेकर हुडको पूरी भूमिका निभाएगा। इसमें भी एमओयू साइन हुआ है। सेक्टर के विकास के लिए जो भी कदम उठाए जाएंगे, उसमें हुडको का एक विशेष योगदान रहेगा। अधिकतर शहर में देखा जाता है कि पानी की पाइपलाइन बचाने के लिए सीवर तोड़ दी जाती है या फिर कोई और लाइन बिछाने के लिए दूसरी चीज प्रभावित होती है, लेकिन यमुना सिटी ऐसा नहीं होगा। इन सभी चीजों को लेकर हुडको के द्वारा प्लानिंग तैयार की जाएगी। एक ही पाइप में पूरा कॉरिडोर होगा, जिसमें सभी लाइन होगी। ऐसे विकास कार्यों से जुड़े काम हुडको और यमुना प्राधिकरण साथ मिलकर करेगी। इससे फायदा यह होगा कि सारे काम करने के लिए ज्यादा समय नहीं लगेगा। सेक्टर को विकसित करने में सालों का समय न लगकर महीना में तैयार हो जाएगा।"