Tricity Today | गौतमबुद्ध नगर कोर्ट में 48 घंटे से हड़ताल
Greater Noida News : सिस्टम दिन-रात किसानों को मनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन किसान के साथ अब वकील भी आक्रोशित हो गए हैं। गौतमबुद्ध नगर जिले में दो दिनों से वकील हड़ताल पर हैं, जिसकी वजह से हजारों काम पेंडिंग हो गए हैं। रोजाना करीब 10,000 लोग जिला न्यायालय में अपने किसी न किसी काम से जाते हैं। लेकिन दो दिनों से हड़ताल होने की वजह से ये लोग भी परेशान हैं। आगे का रास्ता किसी को नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ सरकार और सिस्टम किसानों को मनाने का प्रयास कर रही है। दूसरी तरफ किसान अपनी बातों पर अडिग है। वह किसी की सुनने के लिए तैयार नहीं है।
क्या हैं किसानों की मांग?
जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन गौतमबुद्ध नगर के अध्यक्ष उमेश भाटी का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण द्वारा किसानों की भूमि अधिग्रहण और मुआवजा नीति के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। किसानों को 64.7 प्रतिशत मुआवजा, 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट और सरकारी नौकरी देने के वादे पूरे नहीं किए गए हैं। इसके अलावा भूमि लीज बैक न किए जाने की समस्या को लेकर भी किसान कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
सिस्टम का हिटलरशाही रवैया
आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनकी मांगों को दमनकारी नीतियों के तहत अनसुना करते हुए हिटलरशाही रवैया अपनाया। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को जबरन हिरासत में लिया गया, जिसमें कई अधिवक्ताओं को भी अवैध रूप से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई के विरोध में जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन (गौतमबुद्ध नगर) के अधिवक्ताओं ने किसानों का समर्थन किया है। अधिवक्ता समाज ने प्रशासन के रवैये की निंदा करते हुए किसानों की रिहाई की मांग की है। अधिवक्ता समाज ने चेतावनी दी कि यदि किसानों को रिहा नहीं किया गया तो आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।