Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे विकसित होने वाले मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने की प्रक्रिया में तेजी आई है। आज यमुना प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) के अफसरों ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का प्रजेंटेशन देखा। डीपीआर बनाने वाली कंपनी ने इस पार्क को तीन चरणों विकसित करने का प्रस्ताव दिया है। पहले चरण का काम डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा। इस पर करीब 855 करोड़ रुपये अनुमानित खर्च आएगा।
यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस-वे के किनारे टप्पल में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने की योजना बनाई है। इसका मास्टर प्लान प्रदेश सरकार पहले ही मंजूर कर चुकी है। 11104 हेक्टेयर में इस पार्क को विकसित किया जाएगा। इसमें औद्योगिक, मिश्रित भू उपयोग, आवासीय, व्यावसायिक समेत तमाम तरह के भू उपयोग रहेंगे। यमुना प्राधिकरण ने इस पार्क की डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी डिलाइट कंपनी को सौंपी है।
डिलाइट ने बुधवार को यमुना प्राधिकरण के अफसरों के सामने प्रजेंटेशन दिया। एजेंसी ने इस पार्क को 3 चरणों में विकसित करने का खाका खींचा है। यहां पर कारगो, स्टोरेज व हैंडलिंग की सुविधा दी जाएगी। पहले चरण में कंटेनर डिपो और अन्य सेक्टर विकसित किए जाएंगे। इसके बाद दूसरा चरण विकसित होगा। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने इसमें कुछ सुझाव दिए हैं। अब इन सुझावों को सम्मिलित करते हुए कंपनी फिर अपनी रिपोर्ट देगी।
टप्पल में विकसित होने वाले मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को रेल और सड़क दोनों मार्गो से जोड़ा जाएगा। ताकि इसको बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके। इसे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और दिल्ली हावड़ा रेलखंड से भी जोड़ा जाएगा। साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे दोनों से जोड़ा जाएगा। पहले चरण का विकास 200 हेक्टेयर में होगा। इस पर करीब 855 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दूसरे चरण में 500 हेक्टेयर जमीन पर विकास होगा। पहले चरण में यमुना प्राधिकरण भूखंड विकसित करके आवंटित करेगा।