Greater Noida News : भारत में शनिवार की रात को शरद पूर्णिमा की रात चंद्रग्रहण लगने वाला है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11:30 बजे शुरू हो जाएगा। इसका समापन सुबह 3:56 बजे होगा, लेकिन इस चंद्र ग्रहण का असर भारत में 1:06 बजे से शुरू होकर 2:22 खत्म होगा।
चंद्रग्रहण में क्या नहीं करें
वैसे तो चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन इसे ज्योतिषाचार्यों के नजरिए से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। उनका मानना है की यह सब राहु राक्षस द्वारा देवताओं पर हमला करने से संबंधित है। ऐसे समय में हमें ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद मंदिर में पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए | देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी स्पर्श न करें। सूतक काल लगने के बाद घर में भोजन न पकाएं। बल्कि सूतक काल से पहले घर में रखे खाने में तुलसी के पत्ते जरूर डाल दें। ग्रहण के वक्त भोजन नहीं करना चाहिए और हो सके तो पानी भी न पीएं। हालांकि बीमार बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए इस नियम में थोड़ी सी छूट होती है। अपनी क्षमता के अनुसार अन्न जल ग्रहण कर सकते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए। इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं। ग्रहण के दौरान सभी गतिविधियों को रोक देना चाहिए और बाद में उन कपड़ों से स्नान करना चाहिए, जो आपने उस समय पहने हुए थे।
पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण क्यों होता है
चंद्रग्रहण पूर्णिमा चरण में होता है। जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के ठीक बीच में स्थित होती है, तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा की सतह पर पड़ती है। जिससे चंद्रमा की सतह धुंधली हो जाती है और कभी-कभी कुछ घंटों के दौरान चंद्रमा की सतह एकदम लाल हो जाती है। प्रत्येक चंद्र ग्रहण पृथ्वी के आधे भाग से दिखाई देता है।
इन मुख्य स्थानों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
साल 2023 का यह आखिरी चंद्रग्रहण बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शरद पूर्णिमा की रत लगने वाला यह ग्रहण भारत के कई राज्यों में देखा जा सकता है। जिसमे नई दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, कोलकाता, प्रयागराज और बेंगलुरु, अहमदाबाद शामिल हैं।