Greater Noida News : दादरी में मंगलवार को सुबह अरणी मंथन के साथ हुई यज्ञशाला में स्वाहा कार भक्तों ने यज्ञ प्रदक्षणा का प्रारंभ किया। इस दौरान यजमानों द्वारा पार्थेश्वर भगवान की श्रद्धा भक्ति पूर्वक निर्माण कर पूजा की। वहीं, सोमवार के दिन एक विशाल कलस यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमे 2,500 महिलाओं ने कलस उठाया।
महाराज ने बताई ये बातें
महाराज ने कथा में बतलाया की मां कुंती के ऊपर दुखों का पहाड़ टूटने पर भी विचलित नहीं हुई। परिणाम भगवान की प्राप्ति हुई वर्तमान में समाज में धैर्य का नितांत अभाव होने के कारण असामयिक मृत्यु फांसी इत्यादि के शिकार होते चले जा रहे हैं। मनुष्य में शास्त्रों का अंकुश को त्याग कर स्वतंत्रता का आवरण पहनकर स्वच्छंदता पूर्वक कर्म को धर्म समझकर सबसे बड़ी भूल करता चला जा रहा है। जिसका प्रणाम संसार में अत्यंत दुख प्राप्ति है।
धर्मराज युधिष्ठिर की तरह जीवन जीना चाहिए
धर्मराज युधिष्ठिर का उपाख्यान श्रवण कराते हुए से यह अपेक्षा करें कि हम सब का जीवन जी धर्मराज युधिष्ठिर की तरह होना चाहिए। दुर्योधन की तरह नहीं। संस्कारों पर विशेष बल डालते हुए कहा कि संस्कारवान ही राम है संस्कार हीन रावण है। आरती का दृश्य मनोहर अलौकिक हजारों लोगों की भीड़ ने समिति का उत्साह वर्धन किया शारीरिक मानसिक आर्थिक व्यापारिक समस्याओं के निवारण के लिए लोगों ने परिक्रमा कर असाध्य फल प्राप्त किया।
ये लोग रहे उपस्थित
इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष संजीव गर्ग, संयोजक पवन बंसल, कोषाध्यक्ष राजीव गर्ग, महामंत्री स्पर्श गोयल, प्रवक्ता केशव गोयल, नेट मीडिया प्रभारी सुधीर सक्सेना, सिकंदराबाद विधायक लक्ष्मी राज सिंह, रवि जिंदल, अंकित अग्रवाल, पियूष गर्ग, सभासद मनोज अग्रवाल, राजेश गर्ग, चंद्रभान वशिष्ठ, सौरभ गर्ग, अजय गर्ग और मुख्य यजमान रविंद्र मंगला सह परिवार उपस्थित रहे।