Greater Noida : तुस्याना भूमि घोटाले में नोएडा पुलिस ने अभी तक की बड़ी कार्रवाई की है। नोएडा पुलिस ने एसआईटी टीम द्वारा जांच के बाद 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें एमएलसी नरेंद्र भाटी के भाई और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मैनेजर के पद पर तैनात रहे कैलाश भाटी को भी गिरफ्तार कर लिया है। कैलाश भाटी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जानकारी नोएडा पुलिस के अधिकारी ने दी है।
इन तीनों को अरेस्ट किया
पुलिस अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कैलाश भाटी, दीपक भाटी और कमल सिंह के रूप में हुई है। इन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए का चूना लगाया था। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसआईटी टीम ने जांच की और जांच में पूरी रिपोर्ट सही पाई गई। उन्होंने बताया कि हाईकमान से आदेश आने के बाद तीनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
क्या है मामला
दरअसल, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तुस्याना गांव में वर्ष 2014 से लेकर 2017 तक भूमाफियाओं के गठजोड़ ने सरकारी जमीन हड़प ली। करीब 100 एकड़ जमीन कुछ स्थानीय लोगों की मिलीभगत से अपने नाम कर ली गई। इसमें राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल रहे। ग्राम पंचायत से ताल्लुक रखने वाले पदाधिकारी भी इस घोटाले में शामिल बताए जा रहे हैं। इसके बाद जमीन ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को बेच दी गई। प्राधिकरण से करीब 100 करोड रुपए मुआवजा ले लिया गया।
ग्रामीणों की शिकायत पर हुआ खुलासा
कुछ ग्रामीणों ने वर्ष 2018 के आखिर में तत्कालीन जिलाधिकारी बीएन सिंह से इस मामले की शिकायत की थी। बताया था कि भूमाफिया ने सरकारी जमीन का मुआवजा अथॉरिटी से उठाया है। जिलाधिकारी ने मामले में जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट में ग्रामीणों की शिकायतों को सही पाया गया है। वर्ष 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी ने रिपोर्ट शासन को कार्यवाही के लिए भेजी थी। जिसके बाद इस मामले में शासन ने एक हाईपावर कमेटी का गठन किया गया।
रेवेन्यू बोर्ड के चेयरमैन की अध्यक्षता में बनी थी जांच समिति
गौतमबुद्ध नगर जिले की दादरी तहसील के गांव तुस्याना में खाता संख्या 1104, 480, 1106 और 1105 में सरकारी भूमि निहित थी। इस सरकारी भूमि को भूमाफियाओं ने हड़प लिया और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से 100 करोड़ रुपए का मुआवजा उठाया गया है। इस मामले में राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार मित्तल की अध्यक्षता में बीते 9 जून 2022 को एक हाईपावर जांच समिति गठित की गई थी। मेरठ के मंडलायुक्त और ग्रेटर नोएडा के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह और मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सब्बरवाल को समिति का सदस्य बनाया गया था।