नवजात के लिए मां का दूध किसी वैक्सीन से कम नहीं, शारदा अस्पताल में चल रहा विशेष अभियान

ग्रेटर नोएडा : नवजात के लिए मां का दूध किसी वैक्सीन से कम नहीं, शारदा अस्पताल में चल रहा विशेष अभियान

नवजात के लिए मां का दूध किसी वैक्सीन से कम नहीं, शारदा अस्पताल में चल रहा विशेष अभियान

Tricity Today | शारदा अस्पताल

Greater Noida : शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल आफ नर्सिंग साइंस एंड रिसर्च (एसएनएसआर) ने स्तनपान को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाया। इसमें विशेषज्ञों ने बताया कि नवजात बच्चों के लिए मां का दूध सर्वोत्तम आहार है। जन्म के समय गाढा पीला दूध न केवल नौनिहालों को गंभीर रोगों से भी बचाता है बल्कि किसी वैक्सीन से ज्यादा असरदार भी है। बच्चे को शुगर, सांस संबंधी रोगों के अलावा एलर्जी जैसी बीमारियों से भी बचाता है।

शारदा अस्पताल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में एसएनएसआर की प्रिंसिपल उर्मिला भारद्वाज ने बताया कि कोरोना महामारी में मां का दूध नवजात बच्चों के लिए किसी वैक्सीन से कम नहीं है। लोगों के बीच संशय है कि कोरोना संक्रमित या संदिग्ध मां बच्चे को दूध नहीं पिला सकती हैं। इसको लेकर उन्होंने कहा कि जरूर दूध पिलाना चाहिए। बच्‍चों में कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम की तुलना में स्तनपान के फायदे ज्‍यादा हैं। 

स्कूल की असिस्टेंट प्रो. शिल्पी मित्तल और प्रो. नेहा बराडी ने कहा कि छह महीने तक बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए मां के दूध का कोई विकल्प नहीं है। डिलीवरी के बाद स्तनपान कराने वाली माताओं को गर्भाशय और स्तन कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। डिलीवरी के बाद 2 से 3 तक तक निकलने वाला गाढ़ा पीला दूध तो रामबाण है।

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