Tricity Today | ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में अफसरों के साथ बैठक करते औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी।
यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने अथॉरिटी के कामकाज की समीक्षा की
सीईओ से कहा- इस रविवार तक सारे डिफॉल्टर आवंटियों की लिस्ट बनाएं, इनके आवंटन रद्द कर दें
तीन किस्त डिफॉल्ट करने वाले और जिन्हें तीन नोटिस भेज दिए गए, उन्हें और मौका नहीं मिलेगा
औद्योगिक विकास मंत्री ने प्राधिकरण बोर्ड रूम में अफसरों के साथ 3 घंटे लंबी मैराथन बैठक की
शहर के सेक्टरों के नाम बदलकर सहज और आम आदमी की समझ वाले रखने का आदेश
Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर के दो दिवसीय दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के दफ्तर में बैठक की। देर रात करीब 10 बजे तक चली बैठक में मंत्री ने कई बड़े आदेश दिए हैं। मंत्री शाम 7 बजे अथॉरिटी पहुंचे। करीब 3 घण्टे की मैराथन बैठक की। इस दौरान नंद गोपाल गुप्ता नंदी डिफॉल्टर बिल्डरों के प्रति सख्त नजर आए। उन्होंने साफतौर पर कहा, "जिन बिल्डरों ने तीन किस्तें डिफॉल्ट कर दी हैं और उन्हें तीन नोटिस भेजे जा चुके हैं, उन्हें और नोटिस भेजने की जरूरत नहीं है। ऐसे तमाम आवंटियों के आवंटन तत्काल रद्द कर दिए जाएं।" मंत्री ने साफतौर पर कहा कि डिफॉल्टर बिल्डरों से सहानुभूति रखने वाले अफसरों और कर्मचारियों की पहचान करके कड़ी कार्रवाई की जाए।
डिफॉल्टर बिल्डरों से कोई मुरव्वत नहीं बरतें
नन्द गोपाल नन्दी ने कहा, "प्राधिकरण के जिन आवंटियों की तीन किस्तें डिफॉल्ट हैं, उनके आवंटन निरस्त कर दिए जाएं। जिनको तीन नोटिस जारी हो गई हों, उन्हें अब और नोटिस नहीं भेजें। ऐसे आवंटियों के अगले 15 दिनों में आवंटन निरस्त कर दिए जाएं। रविवार तक इनकी सूची बनाकर तैयार कर लें। बिल्डरों से जुड़े मामलों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। समीक्षा करके अधिकारियों और कर्मचारियों को दंडित किया जाए।" मंत्री ने आगे कहा, "ग्रेटर नोएडा को अधिक पुलिस फोर्स उपलब्ध कराई जाएगी। प्राधिकरण जल्दी से जल्दी प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दें।"
ग्रेटर नोएडा के आवासीय सेक्टरों के नाम बदले जाएंगे
औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा, "शहर के सेक्टरों के नाम कठिन हैं। इससे आम आदमी को परेशानी होती है। नामकरण की व्यवस्था सहज, सरल तथा जनरुचि के अनुरूप बनाई जाए। विदिशा में प्राधिकरण शीघ्र कार्रवाई शुरू करे।" नंद गोपाल नंदी ने आगे कहा, "ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर हब के रूप में उभर रहा है। देश का सबसे बड़ा योट्टा डाटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में बन रहा है। दूसरा डाटा सेंटर एनटीटी है। दोनों डाटा सेंटरों से शहर में 10,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हो रहा है। पूरा प्राधिकरण इस अपॉर्चुनिटी को बेहतर ढंग से उपयोग करे। कोशिश की जाए कि डेटा हब में आने वाली कंपनियों को सुविधाएं सहज रूप से मिलें।"
इस बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, तीनों अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अदिति सिंह, दीप चंद्र और अमनदीप डुली, दोनों विशेष कार्याधिकारी सौम्य श्रीवास्तव, सचिन कुमार सिंह व संतोष कुमार, महाप्रबंधक (परियोजना) एके अरोड़ा, महाप्रबंधक (नियोजन) मीना भार्गव, महाप्रबंधक (संपत्ति) आरके देव व डीजीएम केआर वर्मा आदि मौजूद रहे। बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं।