नरेंद्र मोदी कल गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को देंगे बड़ी सौगात, तैयारियां पूरी

तरक्की : नरेंद्र मोदी कल गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को देंगे बड़ी सौगात, तैयारियां पूरी

नरेंद्र मोदी कल गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को देंगे बड़ी सौगात, तैयारियां पूरी

Google Image | PM Modi

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र और बुलंदशहर जिले को बड़ी सौगात देंगे। मंगलवार को प्रधानमंत्री ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 'न्यू भाऊपुर से न्यू खुर्जा’ खंड का उद्घाटन करेंगे। वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रयागराज में ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के परिचालन नियंत्रण केन्द्र (ओसीसी) का भी उद्घाटन करेंगे। उत्तर प्रदेश में उद्योगों के नजरिए से यह गलियारा बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। खासतौर से यह गौतमबुद्ध नगर के लिए बड़ा महत्वपूर्ण है। दरअसल, खुर्जा और दादरी के पास देश के दोनों बड़े फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन बनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहेंगे।

इस गलियारे का 351 किलोमीटर लम्बा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खंड उत्तर प्रदेश में स्थित है। इस डेडिकेटेड कॉरिडोर को बनाने में करीब 5,750 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस फ्रेट कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में उद्योगों को पंख लग जाएंगे। इस कॉरिडोर से कानपुर देहात के पुखरायां क्षेत्र में स्थित एल्यूमीनियम उद्योग, औरैया के दुग्ध उत्पाद उद्योग और इटावा के कपड़ा तथा ब्लॉक प्रिंटिंग उद्योगों को नई जान मिलेगी। इसके अलावा इस फ्रेट रूट से फिरोजाबाद के कांच के सामान के उद्योग, बुलंदशहर के खुर्जा के पॉटरी उद्योग, हाथरस के हींग उत्पादन और अलीगढ़ के ताले तथा हार्डवेयर उद्योग को भी देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा।

यह कॉरिडोर के शुरू होने के बाद मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन से भी कुछ ट्रेनों का रूट बदल दिया जाएगा। इससे इस रूट पर ट्रेनें तेज रफ्तार से चल सकेंगी। ईस्टर्न डेडिकेटेड कॉरिडोर के संचालन के लिए प्रयागराज में अत्याधुनिक परिचालन नियंत्रण केन्द्र (ओसीसी) बनाया गया है। यह कंट्रोल रूम पूरे मार्ग के लिए कमान सेंटर के रूप में कार्य करेगा। इस मुख्यालय को बनाने में हर पहलु पर ध्यान दिया गया है। 

इसमें मॉडर्न इंटीरियर डिजाइन, श्रम दक्षता संबंधी डिज़ाइन और सर्वश्रेष्ठ ध्वनि विज्ञान का पूरा ख्याल रखा गया है। इस वजह से यह ओसीसी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान दर्ज करा रहा है। मुख्यालय की इमारत 'ग्रीन बिल्डिंग’ रेटिंग के साथ-साथ पर्यावरण के लिहाज से भी अनुकूल है। इसे सुगम्य भारत अभियान के मानदंडों के मुताबिक बनाया गया है। बताते चलें कि ईस्टर्न ईडीएफसी (1856 किमी) लुधियाना (पंजाब) के पास साहनेवाल से शुरू होता है। यह पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड राज्यों से गुजरता हुआ पश्चिम बंगाल के दानकुनी में समाप्त होता है। 

इसका निर्माण 'डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) करा रहा है। इस संस्था की स्थापना ही ऐसे डेडिकेटेड फ्रेट रूट के निर्माण और संचालन के लिए की गई है। डीएफसीसीआईएल पश्चिमी समर्पित मालवहन गलियारा (1504 किमी) का निर्माण भी कर रहा है। यह कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के दादरी को मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से जोड़ता है। यह वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से गुजरेगा। इससे उत्तर प्रदेश का इन राज्यों से जुड़ाव और सुगम हो जाएगा।

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