बुलन्दशहर के इस गांव में बनेगा हेडक्वार्टर, जमीन अधिग्रहण से पहले भूमाफिया सक्रिय

न्यू नोएडा के दफ्तर का निर्माण शुरू : बुलन्दशहर के इस गांव में बनेगा हेडक्वार्टर, जमीन अधिग्रहण से पहले भूमाफिया सक्रिय

बुलन्दशहर के इस गांव में बनेगा हेडक्वार्टर, जमीन अधिग्रहण से पहले भूमाफिया सक्रिय

Tricity Today | Symbolic Photo

Greater Noida News: नोएडा, दादरी, और गाजियाबाद के बीच स्थित दादरी नोएडा गाज़ियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (DNGIR), जिसे “न्यू नोएडा” के नाम से भी जाना जा रहा है, का पहला दफ्तर सिकंदराबाद और दादरी के बीच जोखाबाद और सांवली गांव के पास स्थापित किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत न्यू नोएडा के सीईओ ने दफ्तर खोलने की योजना को मंजूरी दे दी है। पहला चरण : भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
न्यू नोएडा को 16500 हेक्टेयर भूमि पर बसाने की योजना है। पहले चरण में दादरी जीटी रोड के किनारे चिटेहरा, नई बस्ती, बील अकबरपुर और कोट गांवों की जमीनों का अधिग्रहण शुरू होगा। अधिकारियों ने भूमि अधिग्रहण के लिए जिला प्रशासन से संबंधित दस्तावेजों को शीघ्र उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। पहले चरण में 15 गांवों की जमीनें अधिग्रहित की जाएंगी। न्यू नोएडा की स्थापना के लिए गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के कुल 80 गांवों की जमीन का अधिग्रहण प्रस्तावित है, जिनमें 20 गांव गौतमबुद्ध नगर और 60 गांव बुलंदशहर जिले के हैं। अधिकारियों का कहना है कि किसानों से जमीन सीधे खरीदने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

भू-माफिया सक्रिय, जमीनों के दाम आसमान छूने लगे
न्यू नोएडा परियोजना की घोषणा होते ही क्षेत्र में भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं। ये माफिया एक संगठित टीम बनाकर गांवों में औने-पौने दामों पर जमीनें खरीदने में जुटे हुए हैं। सफेदपोश नेता और अधिकारी भी इस दौड़ में शामिल हैं। ये जमीनें अपने नाम से नहीं बल्कि नौकर, ड्राइवर और चपरासियों के नाम से खरीद रहे हैं। पिछले पांच महीनों में जमीन के दाम पांच गुना बढ़ चुके हैं। पहले जो जमीन 20,000 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से मिल रही थी, अब वह 1 लाख रुपये प्रति मीटर तक पहुंच गई है। ग्रामीण इलाकों में जमीन के एक बीघा का दाम लाखों से लेकर करोड़ों रुपये तक पहुंच गया है।

बाउंड्रीवाल निर्माण और मजदूरों की मांग बढ़ी
भूमि अधिग्रहण से बचने के लिए ग्रामीण अपने खेतों की बाउंड्रीवाल बनाने में जुट गए हैं। इस कारण क्षेत्र में राजमिस्त्री और मजदूरों की मांग अत्यधिक बढ़ गई है। मजदूरों की कमी को पूरा करने के लिए मथुरा, अलीगढ़ और बागपत जैसे जिलों से मजदूर बुलाए जा रहे हैं। हालांकि न्यू नोएडा परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है, लेकिन भू-माफिया और अवैध खरीद-फरोख्त के कारण मास्टर प्लान के तहत इसे लागू करना मुश्किल हो सकता है। अगर यही स्थिति जारी रही, तो न्यू नोएडा की यह महत्वाकांक्षी परियोजना केवल नाम मात्र की रह जाएगी।

कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा
न्यू नोएडा क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण और विकास की प्रक्रिया तेज होने के साथ ही इस परियोजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को भू-माफियाओं की गतिविधियों पर रोक लगाने और किसानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगी, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक नया केंद्र बनेगी।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.