फिजियोथेरेपी से उपचार का साइड इफेक्ट नहीं, शहर में शुरू हुआ नया केंद्र

ग्रेटर नोएडा : फिजियोथेरेपी से उपचार का साइड इफेक्ट नहीं, शहर में शुरू हुआ नया केंद्र

फिजियोथेरेपी से उपचार का साइड इफेक्ट नहीं, शहर में शुरू हुआ नया केंद्र

Tricity Today | एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय ने "फेथ फिजियोथेरेपी एंड रीहैब सेंटर" कI उद्घाटन किया

Greater Noida : फिजियोथेरेपी उपचार का एक ऐसा विकल्प है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के बीमारी को आसानी से दूर करने में मददगार होता है।रविवार को ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय ने "फेथ फिजियोथेरेपी एंड रीहैब सेंटर" के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय और एसीपी महेंद्र सिंह देव ने फीता काटकर सेक्टर अल्फा-2 में "फेथ फिजियोथेरेपी एंड रिहैब सेंटर" का शुभारम्भ किया।

फिजियोथेरेपी प्राचीन आयुर्वेद का प्रमुख अंग
संस्था के संरक्षक संजय श्रीवास्तव ने पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन रोहित कुमार ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एडीसीपी विशाल पांडेय ने कहा, "फिजियोथेरेपी प्राचीन आयुर्वेद का ही प्रमुख अंग है। प्राचीन समय में शरीर के अलग-अलग अंगों के बिंदुओं को दबाकर इलाज किया जाता था। उसी का आधुनिकीकरण फिजियोथेरेपी है।" उन्होंने कहा कि केवल दवाओं की मदद से कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को पूरी तरह दूर करना बहुत कठिन होता है। इसके अलावा दवाई के निरंतर सेवन से साइड इफेक्ट की आशंका बढ जाती है। ऐसे में फिजियोथेरेपी उपचार का एक ऐसा विकल्प है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के बीमारियों को आसानी से दूर करने में मददगार होता है।

फिजियोथेरेपी बहुत महत्वपूर्ण
इस मौके पर लोगों को सम्बोधित करते हुए एसीपी और नेशनल जिम्नास्टिक खिलाड़ी महेंद्र सिंह देव ने कहा कि एक खिलाड़ी की फिटनेस के लिए फिजियोथेरेपी बहुत महत्वपूर्ण है। फिटनेस और स्पोर्ट्स का फिजियोथेरेपी से पुराना नाता रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में लोग जंक फ़ूड का ज्यादा सेवन कर रहे हैं, जिसका नतीजा लोगों का वजन बढ़ना है। यह कमर और घुटने के दर्द का कारण है। ऐसे में फिजियोथेरेपी से इसका उपचार कारगर है। क्योंकि इसका कोई साइड एफेक्ट नहीं है। ऐसे लोगों को फिजियोथेरेपी से अपना उपचार कराना चाहिए।

इस मौके पर फेथ फिजियोथेरेपी के निदेशक डॉ.अजय कुमार ने कहा कि सेंटर में गर्दन का दर्द, कमर दर्द, लकवा, साइटिका, घुटने का दर्द,  स्लिप डिस्क, कोहनी, एड़ी दर्द, फ्रैक्चर और ऑपरेशन के बाद की परेशानियां, ऑपरेशन बाद की जकड़न, मांसपेशियों का सूनापन, हाथ-पैरों की झनझनाहट, डिस्क का दबाव, मांसपेशियों की चोट आदि का उपचार किया जाएगा। इस कार्यक्रम में बीटा-2 के एसएचओ अनिल राजपूत, मीनू सिंह, संजय श्रीवास्तव, जितेन्द्र मावी, ज्योति सिंह, साधना सिन्हा, रूपा गुप्ता, उज्जवल ठाकुर, रोहित कुमार, मोहित कुमार, बिट्टू  सिंह, अलोक यादव, अभिषेक यादव, वंशिका, शीला और पल्लव आदि लोग मौजूद रहे।

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