अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और आबकारी अधिकारियों को ठेकों पर बिक रही शराब का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (DM Suhas LY IAS) ने इस संबंध में मातहत अफसरों को कार्रवाई करने के लिए कहा है। उनके आदेश पर उप जिलाधिकारी सदर, एसीपी पुलिस एवं आबकारी निरीक्षक ने संयुक्त रुप से सदर तहसील के अंतर्गत विभिन्न शराब की दुकानों पर पहुंचकर गहन चेकिंग की। दादरी के उप जिलाधिकारी और आबकारी निरीक्षक ने भी शनिवार को क्षेत्र के 26 देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानों पर छापेमारी की। टीमों ने ठेकों पर बेची जा रही शराब की गुणवत्ता का निरीक्षण किया।
गौतमबुद्ध नगर के जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेशानुसार यह छापेमारी की गई थी। इसका मकसद जनपद में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाना है। साथ ही शराब के ठेकों और दुकानों पर मानकों और गुणवत्ता का पालन करने वाली शराब की ही बिक्री हो, यह सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से उप जिलाधिकारी सदर प्रसून द्विवेदी, एसीपी पुलिस एवं आबकारी निरीक्षक ने संयुक्त रुप से सदर तहसील के अंतर्गत विभिन्न शराब की दुकानों पर छापेमारी कर शराब की गुणवत्ता की जांच की। दूसरी टीम में उप जिलाधिकारी दादरी आलोक कुमार गुप्ता और आबकारी निरीक्षक ने तहसील क्षेत्र के करीब 26 देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानों पर जांच पड़ताल की।
अफसरों ने दुकानों पर पहुंचकर बारीकी से स्थल निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान सभी दुकानों पर मानकों के अनुरूप शराब की बिक्री होना पाया गया। उप जिलाधिकारी दादरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान दादरी तहसील क्षेत्र में आगे भी इसी प्रकार निरंतर जारी रहेगा। यदि किसी विक्रेता ने मानकों का उल्लंघन किया, तो उनके विरूद्ध सुसंगत धाराओं में कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। बताते चलें कि गौतमबुद्ध नगर के सीमावर्ती जिले अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 15 से ज्यादा की हालत नाजुक है।