काम चलते एक साल पूरा, 365 दिनों में खर्च हुए 870 करोड़ रुपये

Noida International Airport : काम चलते एक साल पूरा, 365 दिनों में खर्च हुए 870 करोड़ रुपये

काम चलते एक साल पूरा, 365 दिनों में खर्च हुए 870 करोड़ रुपये

Tricity Today | Noida International Airport

Greater Noida : जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Noida International Airport) से जुड़ी बड़ी खबर है। देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे का निर्माण चलते हुए गुरुवार को साल पूरा हो गया है। आपको बता दें कि 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था। खास बात यह है कि पिछले 365 दिनों के दौरान इस प्रोजेक्ट पर 870 करोड रुपए खर्च किए गए हैं। इस परियोजना के लिए आवंटित बजट का यह 15 फ़ीसदी है।

लखनऊ में हुई संयुक्त समन्वय समिति की बैठक
पिछले एक वर्ष के दौरान नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण की समीक्षा करने के लिए बुधवार को लखनऊ में जॉइंट कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने की। इस बैठक में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्रेनेलमेन शामिल हुए। बताया गया कि परियोजना के लिए 5,800 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित है। इसमें से अब तक 15% यानी 870 करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं। पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण करने के लिए खुदाई का पूरा काम कर लिया गया है। एयर ट्रेफिक कंट्रोल टावर बनाने के लिए भी खुदाई 100% हो गई है। उत्तरी रनवे बनाने के लिए जमीन को साफ, समतल और ठोस किया जा चुका है। आपको बता दें कि विगत 11 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेवर एयरपोर्ट साइट पर पहुंचे थे। निर्माण कार्यो का जायजा लिया था।

रोजाना खर्च हो रहे हैं करीब ढाई करोड़ रुपये
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्रेनेलमेन ने जॉइंट कोआर्डिनेशन कमेटी को बताया कि आगे का काम किस तरह पूरा किया जाएगा। कंपनी ने तिमाही आधार पर निर्माण से जुड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। बड़ी बात यह है कि फिलहाल कंपनी निर्धारित वक्त से पहले लक्ष्य हासिल कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक अगर इसी रफ्तार से हवाईअड्डे का निर्माण चलता रहा तो सितंबर 2023 तक काम पूरा हो जाएगा। जनवरी 2024 में हवाईअड्डे से उड़ानों का ट्रायल शुरू किया जा सकता है। आपको बता दें कि परियोजना से जुड़े आर्थिक पहलुओं पर पहले ही काम हो चुका है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पैसा लिया है। जेवर एयरपोर्ट की प्राइवेट पार्टनरशिप में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को स्विस कंपनी ने हिस्सेदारी दी है। कुछ पैसा लंबी अवधि के कर्ज पर लिया है।

सबको पीछे छोड़ देगा जेवर एयरपोर्ट
आपको बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण 4 चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर 29,560 करोड रुपए लगेंगे।

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