Greater Noida : दिन निकलते ही गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। रविवार को एक 11 साल के बच्चा लापता हो गया था। इस बच्चे का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था और छोड़ने की एवज में अपहरणकर्ता 30 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। पीड़ित की शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने इस मामले में एक्शन लिया। सोमवार को दिन निकलते ही बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने बच्चे का अपहरण करने वाले बदमाशों को गोली मारी है। पुलिस ने बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया है।
लुक्सर गांव से हुआ था बच्चे का अपहरण
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के मीडिया प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि रविवार को ईकोटेक-वन कोतवाली में मेघ सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया था। मेघ सिंह ने बताया था कि उनका 11 साल का बेटा घर से लापता हो गया है। बच्चे के लापता होने के बाद उनके पास अपहरणकर्ताओं को कॉल आया। अपहरणकर्ताओं ने उनके बच्चे को छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। जिस पर पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए ईकोटेक-वन कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया और बच्चे की तलाश के लिए टीम का गठन किया गया। सेंट्रल डीसीपी और सर्विलेंस टीम के अलावा स्वाट टीम के अधिकारी ने बच्चे की तलाश के लिए दबिश देना शुरू कर दिया।
दिन निकलते ही हुआ एनकाउंटर
पंकज कुमार ने बताया कि सूचना के मुताबिक पुलिस ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों का आते हुए देखा। पुलिस ने जब उन लोगों को रोकने का इशारा किया तो इन लोगों ने पुलिस पर जानलेवा हमला करते हुए गोली चलाना शुरु कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। जवाबी कार्रवाई में बदमाश विशाल और ऋषभ को गोली लगी है। पुलिस ने इन बदमाशों के कब्जे से अवैध हथियार बरामद किए हैं। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। अभी तक की जांच में पता चला है कि इस अपहरण का मास्टरमाइंड विशाल नामक एक युवक है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। इस गैंग में शिवम नाम का एक व्यक्ति भी बताया जा रहा है। पुलिस दोनों बदमाशों की तलाश के लिए दबिश दे रही है।
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने दिया 50 हजार रुपए का इनाम
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह इस पूरे अपरहण का खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है। आलोक सिंह का कहना है कि जिले को अपराध मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में जहां पर भी संदिग्ध लोग पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती हैं। जिले में दिन-रात पुलिस सड़कों पर गश्त रहती हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के मुताबिक जिले को अपराध मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और इसमें नोएडा पुलिस काफी हद तक सफल हो गई है।