पदाधिकारी पारुल चौधरी को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है
अब तक कोई आधिकारिक पत्र या ई-मेल नहीं मिला है
वह राजधानी लखनऊ जाएंगी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के समक्ष अपना पक्ष रखेंगी
पूर्व महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू और जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाराम शर्मा ने लिखी चिट्ठी
Gautam Buddh Nagar: गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस की पदाधिकारी पारुल चौधरी को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। उनके साथ एक अन्य आरोपी रवि भाटी को 6 वर्ष के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। हालांकि महासचिव विदित चौधरी पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। मगर पारुल चौधरी के निष्कासन से संबंधित आधिकारिक पत्र, ईमेल उन्हें अब तक नहीं मिला है। मगर सोशल मीडिया पर उनके निष्कासन की खबरें तेजी से फैल रही हैं। अब इस मामले में पार्टी के पूर्व महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू और जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाराम शर्मा ने राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi), प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (UP Congress President Ajay Kumar Lallu) और उपाध्यक्ष यूपी प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित को एक पत्र लिखा है।
पार्टी के सिद्धान्तों के खिलाफ है
जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाराम शर्मा ने चिट्ठी में लिखा है, बीते 31 जुलाई को गौतमबुद्ध नगर जिला कांग्रेस कमेटी की मासिक बैठक में एक महिला पदाधिकारी पारुल चौधरी ने दो पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। दोनों पदाधिकारियों ने देर रात महिला पदाधिकारी को अश्लील मैसेज भेजा और बात की। पारुल चौधरी ने इसकी लिखित शिकायत दीl मगर बिना जांच कराए पीसीसी ने शिकायतकर्ता महिला पदाधिकारी और एक आरोपी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। एक ओर जहां प्रियंका गांधी महिला उत्पीड़न के मुद्दों पर योगी सरकार पर जोरदार चोट कर रहीं हैं। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर प्रियंका गांधी को आईना दिखा रही हैl इसलिए पार्टी हित में पूरे मामले की जांच कर न्याय संगत कार्रवाई होनी चाहिए।
अब तक नहीं मिला नोटिस
पार्टी के पूर्व महासचिव और गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र सिंह गुड्डू ने लिखा है, गौतमबुद्ध नगर में मीटिंग के दौरान पारुल चौधरी ने ब्लॉक अध्यक्ष रवि भाटी एवं प्रदेश महासचिव विदित चौधरी के ऊपर कुछ आरोप लगाए थे। 9 अगस्त को पता चला कि पारुल चौधरी को ही कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मैंने प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित से इस संबंध में कॉल पर बातचीत की। उन्होंने अगले दिन इसे पता करने के लिए कहा। अगले दिन उन्होंने बताया कि तीन-चार दिन पहले कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया है। जिलाध्यक्ष के जरिए उनको मिल जाएगा। मगर आज तक उनको कारण बताओ नोटिस नहीं पहुंचा है।
मौका दे पार्टी
उन्होंने आगे कहा है, जबकि उनका कॉन्टैक्ट नंबर, मेल आईडी सब पीसीसी के रिकॉर्ड में है। अचानक 12 अगस्त को उनके निष्कासन की चिट्ठी सोशल मीडिया पर फैलाई गई। क्या एक महिला की आवाज सुने बगैर इस प्रकार से निष्कासन किया जाएगा? जबकि प्रियंका गांधी महिला सम्मान के लिए लड़ रही हैं। आज तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से कोई चिट्ठी, ईमेल या कॉल के जरिए उनसे बात नहीं की गई है। उनको समय दिया जाए जिससे वह अपना पक्ष आप लोगों के सम्मुख रख सकें। उसकी आप जांच कराएं।
प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर रखेंगी अपना पक्ष
अपने निष्कासन के बारे में ट्राईसिटी टुडे से बातचीत में पारुल चौधरी ने बताया कि उन्हें अब तक कोई आधिकारिक पत्र या ई-मेल नहीं मिला है। ना ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सिर्फ सोशल मीडिया पर उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की खबरें फैलाई जा रही हैं। जल्द ही वह राजधानी लखनऊ जाएंगी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के समक्ष अपना पक्ष रखेंगी। उन्होंने कहा कि दो लोगों पर गंभीर आरोप लगे थे। लेकिन पार्टी ने बड़े पदाधिकारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। यह पार्टी की विचारधारा और संविधान के खिलाफ है। महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को समानता का अधिकार देना कांग्रेस का बुनियादी सिद्धांत है। उम्मीद है पार्टी उन्हें अपना पक्ष रखने का समय देगी और आरोपों की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।