शारदा विश्वविद्यालय में नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन, छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बांधा समां

Greater Noida : शारदा विश्वविद्यालय में नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन, छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बांधा समां

शारदा विश्वविद्यालय में नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन, छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बांधा समां

Tricity Today | नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन

Greater Noida : शारदा विश्वविद्यालय में बुधवार देर शाम नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें एक मंच पर पूरे पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक छटा के रंग दिखे। छात्रों ने पारंपरिक नृत्यों और पोशाकों से समां बांध दिया। 

वैश्विक स्तर पर अपनी परंपरा
इस मौके पर विवि के चांसलर वाई के गुप्ता ने कहा कि शारदा विवि में पूर्वोत्तर के इंद्रधनुषी रंग से बच्चों ने वहां की लोक कलाओं और संस्कृति को दर्शाया, हमें खुशी है कि हमारा कैंपस ऐसे आयोजनों से बच्चों की हौसला आफजाई करता है। नॉर्थ ईस्ट पानी, पहाड़, हरियाली और परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहां के बच्चे न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी परंपरा के बल पर लोगों का दिल जीतते आए हैं। प्रो. चांसलर वाईके गुप्ता ने कहा कि पढाई के अलावा ऐसे कार्यक्रमों से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहायक कुलसचिव एहेतशाम की प्रमुख भूमिका रही।

इन राज्यों ने लिया हिस्सा
विवि के आनंद स्वरूप ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्टिवल के छठे संस्करण में असम, अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय,त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड के छात्रों ने शानदार अभिनय और कलाकारी से दर्शकों का मन मोह लिया। अरूणाचल प्रदेश के छात्रों ने पारंपरिक नृत्य कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। असम के छात्र और छात्राओं ने बीहू की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। असम के कलाकारों ने जब परंपरागत पोशाक पहनकर पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर खूबसूरत बीहू नृत्य पेश किया तो पूरा सदन तालियों से गूंतज उठा।

कश्मीर के छात्रों ने लिया हिस्सा
इसके अलावा मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और सिक्किम के बच्चों ने भी लोकनृत्यों के जरिए परंपरा के रंग झलकाए। नगालैंड के बच्चों ने चांग लो और सूआ लूआ जैसे पारंपरिक नृत्य कर समां बांध दिया। अरूणाचल के छत्रों ने पांरपरिक कोरस डांसकर दर्शकों का दिल जीत लिया। चेरो नृत्य से मिजोरम के कलाकारों ने दर्शकों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। इसमें 6 से 8 लोग साथ मिलकर बांस की सहायता से प्रस्तुति दी। इसके अलावा कश्मीर की छात्राओं ने भी पारंपरिक और बॉलीवुड के गानों पर डांसकर दर्शकों का मन मोह लिया।

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