अब ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता ने मांगी रंगदारी, रिटायर जीएम का आरोप- मेरी जमीन पर किया कब्जा

BIG BREAKING : अब ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता ने मांगी रंगदारी, रिटायर जीएम का आरोप- मेरी जमीन पर किया कब्जा

अब ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता ने मांगी रंगदारी, रिटायर जीएम का आरोप- मेरी जमीन पर किया कब्जा

Tricity Today | नरेश चन्द्र शर्मा

Greater Noida : नोएडा में तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी से जुड़ा बवाल अभी थमा भी नहीं है, ग्रेटर नोएडा में एक भाजपा नेता पर रंगदारी मांगने और जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप लग गए हैं। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले कंपनी से रिटायर्ड महाप्रबंधक ने पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी से शिकायत की है। पीड़ित महाप्रबंधक का कहना है कि उसकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। भाजपा नेता ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। पीड़ित का कहना है कि उसके पास ऑडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। जिसमें भाजपा नेता कह रहा है कि अगर उसे उसके गांव के पास खरीदी गई जमीन पर कब्जा लेना है तो 10 लाख रुपये देने पड़ेंगे। जीएम का आरोप है कि भाजपा नेता पूर्व में पांच लाख की रंगदारी वसूल चुका है।

पुलिस को क्या शिकायत दी
ग्रेटर नोएडा में सेक्टर एल्फा वन में रहने वाले नरेश चन्द्र शर्मा ने पुलिस आयुक्त को दी शिकायत में लिखा है, "मैंने दादरी क्षेत्र के कोट गांव में 4,646 वर्ग मीटर जमीन आईटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से खरीदी थी। यह कंपनी दिल्ली के चावड़ी बाजार में है। जमीन का बैनामा मेरी पत्नी के नाम किया गया है। नियमानुसार दाखिल खारिज हुआ है। राजस्व रिकॉर्ड में 2 वर्ष पहले मेरी पत्नी का नाम दर्ज हो चुका है। हम लोग चारदीवारी करवा रहे थे। तभी कोट गांव के प्रधान सोनू मौके पर पहुंचे। उन्होंने जबरदस्ती दबंगई के बल पर काम रुकवा दिया। सोनू ने 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। उस दौरान सोनू प्रधान मेरे पास कई बार पैसे मांगने आया था। मैंने डर की वजह से उसे 5 लाख रुपये रंगदारी दी थी। जिसकी ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास मौजूद हैं।"

दूसरी बार ₹10 लाख रंगदारी मांगने का आरोप
नरेश चंद्र शर्मा का आरोप है कि 17 अप्रैल 2022 को वह अपनी जमीन समतल करने और साफ सफाई करवाने के लिए जेसीबी मशीन लेकर गए थे। तभी सोनू प्रधान 5-6 बदमाश किस्म के लोगों के साथ फिर मौके पर आ गया। सोनू प्रधान ने इस बार ₹10 की मांगी। उसने कहा, "अगर 10 लाख रुपए नहीं दिए तो चारदिवारी तोड़कर जमीन पर कब्जा कर लूंगा। मुझे जान से मारने की धमकी दी है। उस वक्त मैं डर की वजह से जमीन छोड़कर वापस चला गया। मेरे परिवार में 22 अप्रैल 2022 को बेटे की शादी थी। इसलिए उस वक्त मैंने कोई शिकायत करना मुनासिब नहीं समझा। अब मेरी जमीन पर सोनू प्रधान ने कब्जा कर लिया है। उससे मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है। वह हमारे साथ कोई संगीन वारदात को अंजाम दे सकता है। वह मुझसे खुलेआम ₹10 लाख की रंगदारी मांग रहा है। नहीं देने पर बुरा अंजाम होने की धमकी दी है।" नरेश चंद्र शर्मा ने सोनू प्रधान और 5-6 अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

सोनू प्रधान ने कहा- वह खुद पैसे देने आया था, सारे आरोप झूठे
वहीं, दूसरी ओर इस मामले में ग्राम प्रधान सोनू का कहना है, "मेरे गांव में ग्राम सभा (एलएमसी) की जमीन है। इस जमीन को गांव के कुछ लोगों ने गलत तरीके से नरेश चंद्र शर्मा को बेच दिया था। नरेश चन्द्र शर्मा इस जमीन पर चारदीवारी कर रहा था। जब मैंने इसका विरोध किया तो उसने भारतीय जनता पार्टी के एक नेता को अपना रिश्तेदार बताया था, लेकिन मैं गांव का प्रधान हूं इसलिए अपने गांव की जमीन पर किसी भी गलत तरीके से अतिक्रमण नहीं होने दे सकता हूं। इसलिए मैंने इसकी शिकायत तहसील में जाकर की है। जब तहसील की टीम ने इस पर कार्रवाई की तो नरेश चंद्र शर्मा मेरे ऊपर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। नरेश चंद्र शर्मा भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय मंत्री आशीष वत्स के मामा हैं। इस मामले में आशीष वत्स ही नरेश चंद्र शर्मा को लेकर मेरे पास आए थे।"

भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत का चुनाव लड़ा था
आपको बता दें कि सोनू प्रधान दादरी तहसील क्षेत्र के गांव कोट का रहने वाला है। उसने पिछले पंचायत चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह चुनाव हार गया था। दूसरी ओर उसकी पत्नी ने ग्राम प्रधान के लिए चुनाव लड़ा था। उसकी पत्नी चुनाव जीत गई थी। इससे पहले सोनू खुद गांव का प्रधान रह चुका है। नरेश चंद्र शर्मा की शिकायत को लेकर गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट से संपर्क किया गया। पुलिस मुख्यालय से बताया गया है कि मामले की जांच करवाई जा रही है। जल्दी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी और दादरी कोतवाली के इंस्पेक्टर का कहना है, "मैं अभी किसी काम से बाहर आया हूं। मुझे इस प्रकरण के बारे में जानकारी नहीं है।"

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