दादरी में सभासद और उसके गैंगस्टर भाई का लेखपाल-दरोगा से गठजोड़, गरीब बुजुर्ग की जमीन बेच दी, श्मशान तक नहीं छोड़ा

कौन देगा इन्साफ ! दादरी में सभासद और उसके गैंगस्टर भाई का लेखपाल-दरोगा से गठजोड़, गरीब बुजुर्ग की जमीन बेच दी, श्मशान तक नहीं छोड़ा

दादरी में सभासद और उसके गैंगस्टर भाई का लेखपाल-दरोगा से गठजोड़, गरीब बुजुर्ग की जमीन बेच दी, श्मशान तक नहीं छोड़ा

Tricity Today | राजकुमार

Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर के दादरी कस्बे में अंधेरगर्दी चल रही है। नगर पालिका का सभासद और उसका भाई खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं। इनका तहसील के लेखपाल और कोतवाली में तैनात हल्के के दरोगा से गठजोड़ है। यह गठजोड़ गरीबों से लेकर श्मशान तक की जमीन बेचकर अवैध बिल्डिंग खड़ी करवा रहा है। पुलिस और प्रशासन में कितने ऊपर तक शिकायत हो जाए, मामला घूमकर लेखपाल और दरोगा पर ही आ जाता है। इसके बाद सबकुछ "निल बटा सन्नाटा" है। परेशान लोगों का कहना है, "आखिर तहसील दिवस और थाना दिवस में आम आदमी कब तक चक्कर कटेगा।"

क्या है पूरा मामला
दादरी कस्बे में ठाकुरान मोहल्ले के रहने वाले राजकुमार पुत्र किशनलाल ने 28 मई 2022 को उप जिलाधिकारी से शिकायत की। यह ताजा शिकायत है। वह इससे पहले ना जाने कितनी अर्जियां दे चुके हैं, उन्हें खुद मालूम नहीं है। उन्होंने बताया, "मेरी कस्बे में बीचोंबीच जमीन है। इस जमीन पर नईम मेवाती पुत्र कमरुद्दीन ने कब्जा कर लिया है। नईम मेवाती दादरी नगर पालिका का सभासद है। वह भूमाफिया है। दबंग किस्म का व्यक्ति है। उसका सगा भाई शाहिद गौतमबुद्ध नगर का टॉप-10 क्रिमिनल है। उसके खिलाफ दादरी कोतवाली में 14 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट, बलवा, तोड़फोड़, घर में घुसकर मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने और तमाम दूसरे आरोपों में 14 मुकदमे चल रहे हैं।"

राजकुमार ने आगे कहा, "नगर पालिका के सभासद नईम मेवाती और उसके भाई शाहिद और उनके गुर्गों ने जबरदस्ती मेरी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इस जमीन पर प्लॉट बनाकर बेच रहे हैं। जो लोग इनसे प्लॉट खरीद रहे हैं, वह सब घर बना रहे हैं। नियाज अली, खालिद अली, आसमोहम्मद, इकराम, यामीन और फज्जू ने मेरी जमीन पर अवैध कब्जा किया है। जब कोविड-19 महामारी चल रही थी तो लॉकडाउन के कारण मैं घर से बाहर नहीं निकल सकता था। इन लोगों ने इस बात का फायदा उठाकर मेरी जमीन बेच डाली है।"

बुजुर्ग और उसके बेटे को ही जेल जाना पड़ा
राजकुमार का आरोप है, "मैंने अपनी जमीन पर अवैध कब्जे और खरीद-फरोख्त की शिकायत जिलाधिकारी, दादरी के उपजिलाधिकारी, ग्रेटर नोएडा के डीसीपी और पुलिस कमिश्नर से की।  किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। मुझे मदद नहीं दी गई। मैंने सभासद नईम मेवाती और उसके गैंग का विरोध किया तो इन लोगों ने मुझे और मेरे बेटे को बुरी तरह पीटा। हम लोग दादरी कोतवाली में शिकायत करने पहुंचे। पुलिस ने मुझे और मेरे बेटे को पकड़कर हवालात में डाल दिया। हम लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया।" वह कहते हैं, "इसके बाद मैंने ऊपर वाले अफसरों को शिकायत भेजीं।"

थाना और तहसील दिवस का कोई मतलब नहीं
राजकुमार का कहना है, "मुझे लोगों ने बताया हुए मैंने अखबार में पढ़ा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने थाना और तहसील दिवस की शिकायतों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। लिहाजा, मैंने पिछले 2 वर्षों के दौरान कई बार थाना दिवस और तहसील दिवस में हाजिर होकर अफसरों के सामने गुहार लगाई है। वहां से डीएम, डीसीपी और पुलिस कमिश्नर मेरी अर्जी पर दस्तखत करके तहसील व कोतवाली भेज देते हैं। तहसील और कोतवाली में यह अर्जियां धूल फांकती हैं। इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। मैं कोतवाली पहुंचता हूं तो पुलिस वाले अभद्रता करते हैं। वहां से धमका कर भगा दिया जाता है।

लेखपाल और दरोगा पूरे सिस्टम पर भारी
राजकुमार का कहना है, "नगर पालिका के भूमाफिया सभासद नईम मेवाती, उसके गैंगस्टर भाई शाहिद, दादरी तहसील के लेखपाल और कोतवाली में तैनात इलाके के दरोगा ने गठजोड़ बना रखा है। यह सारे लोग मिलकर सरकारी और गरीबों की जमीन हड़प रहे हैं। अगर कोई शिकायत लेकर ऊपर जाता है तो एप्लीकेशन घूम फिर कर तहसील और कोतवाली में आ जाती है। हमारी एप्लीकेशन हर बार लेखपाल और दरोगा के पास पहुंचती है। वह लोग कार्रवाई करने की बजाय मामले को लटका कर रखते हैं। शिकायत कोतवाली और तहसील में पहुंचते ही सभासद और उसके गैंगस्टर भाई को सूचना दे दी जाती है। वह लोग हमारे घर के बाहर अपने गुंडों के साथ घूमने लगते हैं।"

राजकुमार के घर में 6 बेटियां हैं, जिसकी वजह से डरते हैं
राजकुमार ने कहा, "मेरी 6 बेटियां हैं। सभासद और उसका गैंगस्टर भाई न जाने कितनी तरह की धमकियां देते हैं। उसके गुर्गे बातों ही बातों में हमें कहते हैं, आपके परिवार में इतनी सारी लड़कियां हैं। कुछ ऊंच-नीच हो जाएगी तो कहां जाओगे। आपके बेटे के साथ अगर कुछ हो गया तो इस जमीन का क्या करोगे।" राजकुमार ने आगे कहा, "मेरी बेटी और बेटे को घर से रोजाना किसी ना किसी काम से बाहर निकलना पड़ता है। ऐसे में हम लोग डर के मारे परेशान रहते हैं।  शिकायतें करने के बावजूद पुलिस और प्रशासन कोई मदद करने के लिए तैयार नहीं है। हमें लगता है कि कोई हमें कत्ल कर जाएगा, उसके बाद अफसरों की नींद खुलेगी।"

राजकुमार ने आज तक किसी को जमीन नहीं बेची
राजकुमार ने बताया कि कस्बे में खाता संख्या 1162, 1161, 384, 1865, 1877, 2170, 2169, 1115 , 1161 और 1166 में बतौर से खातेदार जमीन दर्ज है। इस जमीन पर किसी भी तरह का विवाद नहीं है। उन्होंने आज तक किसी को कोई जमीन नहीं बेची है। जिन लोगों ने राजकुमार की जमीन पर कब्जा किया है और घर बनाए हैं, उनके पास किसी भी तरह का बैनामा या राजस्व दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। दूसरी तरफ 'ट्राईसिटी टुडे' ने नगर पालिका के सभासद नईम मेवाती के भाई शाहिद की हिस्ट्रीशीटर निकलवाई है। वह गौतमबुद्ध नगर के टॉप टेन क्रिमिनल्स में शामिल है। उसके खिलाफ दादरी कोतवाली में 14 मुकदमे दर्ज हैं। नईम मेवाती के खिलाफ भी कई मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी
इस पूरे मामले में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा, "जल्दी कार्रवाई की जाएगी। दादरी के एसडीएम को मामले में एक्शन लेने का आदेश दिया गया है।" राजकुमार प्रेमी की ओर से एक शिकायत दादरी थाना दिवस में दी गई थी। जिस पर 13 जून को एक ट्वीट के जवाब में ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने कहा था, "प्रकरण को लेकर दादरी के उपजिलाधिकारी से वार्ता हुई है। पुलिस और प्रशासन की एक टीम का गठन किया जा रहा है। जल्दी कार्रवाई की जाएगी।" अब 20 दिन गुजर चुके हैं लेकिन कोई कदम पुलिस और प्रशासन ने नहीं उठाया है।

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