Greater Noida : नोएडा ग्रेटर नोएडा के बाद अब यमुना प्राधिकरण मंगलवार को बोर्ड बैठक करेगी। इस बार योगी सरकार 2.0 की प्राथमिकताओं को शामिल करते हुए प्रस्ताव तैयार किया गया है। विधानसभा चुनाव में सरकार के वादों को पूरा करने में औद्योगिक विकास प्राधिकरण की भूमिका अहम हो सकती है। बोर्ड बैठक में सबसे अधिक भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे की दरों में वृद्धि सबसे बड़ा एजेंडा माना जा रहा है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष के लिए करीब 5,000 करोड रुपए का बजट पास करवाया जाएगा।
दिल्ली से बड़ा होगा ओलंपिक विलेज
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 2,300 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में ओलंपिक पार्क और ओलंपिक विलेज (खेल गांव) विकसित किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में इसका प्रावधान किया गया है। पहले नोएडा एयरपोर्ट फिर फिल्म सिटी और अब ओलंपिक विलेज की सौगात देने की योजना पर लगभग मोहर लग चुकी है। ओलंपिक विलेज इतना बड़ा और आधुनिक होगा कि इसमें कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स और ओलंपिक जैसे बड़े आयोजन कराए जा सकेंगे। यहां अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत सभी खेलों के स्टेडियम बनाए जाएंगे। जबकि खेल गांव में खिलाड़ियों के रहने, अभ्यास करने और दफ्तर जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस 26 अप्रैल को होने वाली बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा।
फिरोजा कोटला मैदान से बड़ा और आकर्षक
दिल्ली के खेल गांव से भी बड़े ओलंपिक विलेज में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम के साथ ही सभी बड़े खेलों की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। खेल गांव में खिलाड़ियों के लिए आवास, अभ्यास करने की सुविधाएं, दफ्तर बनाए जाएंगे। इसमें एक बार में साढ़े चार हजार खिलाड़ियों के रहने और प्रशिक्षण की भी व्यवस्था होगी। क्षेत्र में क्रिकेट स्टेडियम का भी निर्माण करवाया जाएगा जो फिरोजा कोटला मैदान से बड़ा और आकर्षक होगा। स्टेडियम बनाने को लेकर यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों की बीसीसीआई के अधिकारियों और पदाधिकारियों से भी बात चल रही है।
नया मास्टर प्लान पेश किया जाएगा
यमुना अथॉरिटी ने नया मास्टर प्लान बनवाया है। एजेंसी ने प्राधिकरण अफसरों के सामने मास्टर प्लान पेश कर दिया है। अब यह प्लान बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। यहां से मंजूरी मिलने के बाद शासन को भेजा जाएगा। नए मास्टर प्लान में कई खूबियां हैं। मसलन, औद्योगिक और हरित क्षेत्र बढ़ाया गया है। हरित क्षेत्रफल बढ़ाने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। प्रदूषण से लड़ने में मदद मिलेगी। प्राधिकरण पहली बार इंडस्ट्रियल क्लस्टर और औद्योगिक श्रेणी में मिक्स लैंड यूज का कंसेप्ट लेकर आया है। मास्टर प्लान-2041 में हरित क्षेत्र 4,500 हेक्टेयर होगा। यह कुल क्षेत्रफल का 35 फ़ीसदी होगा। बताया गया है कि वर्ष 2041 तक यमुना सिटी में आबादी 39 लाख हो जाएगी। इसी लिहाज से रेजिडेंशियल और कमर्शियल एक्टिविटी विकसित की जाएंगी।
जेवर एयरपोर्ट और फ़िल्म सिटी को मिलेगा पैसा
यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और रबूपुरा के पास प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर भी प्रस्ताव रखे जाएंगे। एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए प्राधिकरण अपने हिस्से का पैसा देगा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने अपनी बोर्ड बैठकों में यह पैसा आवंटित कर दिया है। अब फिल्म सिटी पर काम तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। कंपनी का चयन हो चुका है। डेवलपमेंट एजेंसी का चयन किया जाना है। इसके लिए प्राधिकरण ने पिछले दिनों आवेदन मांगे थे। हालांकि, आवेदन की तारीख आगे बढ़ाई गई है। इस बोर्ड बैठक में फिल्म सिटी परियोजना के लिए अथॉरिटी बजट आवंटन करेगी। पॉलिसी पर भी विचार किया जाएगा।