शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में खुले आम हुई थी आतिशबाजी, वीडियो वायरल

ऐसे कैसे लगेगी प्रदूषण पर लगामा : शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में खुले आम हुई थी आतिशबाजी, वीडियो वायरल

शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में खुले आम हुई थी आतिशबाजी, वीडियो वायरल

Google Image | स्टेडियम में होती आतिशबाजी

Greater Noida News : इस सीजन में पहली बार रविवार को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। जिससे यह दोनों शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गए। ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर और नोएडा पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। वहीं आशंका जताई जा रही है आने वाले 72 घंटों में प्रदूषण की स्थिति ओर बिगड़ सकती है। इतना होने के बाद भी शहर में प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे है। सोमवार रात शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में खुले आम आतिशबाजी की गई थी। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे जिम्मेदार लोग प्रदूषण पर लगाम लगाएंगे।

स्टेडियम में खुले आम हुई आतिशबाजी
ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम अयोजित हुए प्रो क्रिकेट लीग के फाइनल मुकाबले के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि खुलेआम जमकर आतिशबाजी की गई थी और शहर में ग्रैप 2 लागू होने के बाद भी एनजीटी के नियमों की अनदेखी हुई। वहीं इस मामले में स्टेडियम व आयोजकों पर भी लोग लापरवाही का आरोप लगा रहें है। इस वीडियों को लोग अपने सोशल मीडिया पर शेयर कर रहें है। 

प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास नाकाम
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर नोएडा प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तमाम दावे विफल साबित हो रहे हैं। प्राधिकरण का कहना है कि प्रतिदिन सड़कों की सफाई, पानी का छिड़काव और निर्माण स्थलों पर स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर औसतन पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा रहा है, लेकिन प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

अक्टूबर में प्रदूषण का स्तर फिर से रेड और येलो जोन में
ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई इस साल जून में भी रेड जोन में पहुंच गया था, लेकिन बारिश के कारण जुलाई, अगस्त और सितंबर में स्थिति बेहतर रही। अक्टूबर में प्रदूषण का स्तर फिर से रेड और येलो जोन में आ गया है। इस बीच यूपीपीसीबी द्वारा प्रदुषण की रोकथाम के लिए लगातार कार्रवाई भी की जा रही है। कुछ समय पहले यूपीपीसीबी ने कार्रवाई करते हुए दनकौर के नवादा गांव के पास एक हॉट मिक्स प्लांट को सील कर दिया है। जो बिना अनुमति के चल रहा था और प्रदूषण नियमों का पालन नहीं कर रहा था। 

अगले कई दिनों में गंभीर श्रेणी तक पहुंच सकती वायू गुणवत्ता
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के बुलेटिन के अनुसार 28 से 30 अक्टूबर तक वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है। दीवाली के दौरान 30 और 31 अक्टूबर को यह गंभीर श्रेणी तक पहुंच सकती है। IITM ने कहा मौसम की स्थिति प्रदूषकों के प्रभावी प्रसार के अनुकूल नहीं है।

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