अरबों रुपए के बाइक बोट घोटाले में ठगी का शिकार होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूसरी ओर घोटाले को अंजाम देने वाले आरोपियों पर मुकदमे भी बढ़ रहे हैं। अब गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बाइक बोट घोटाले के सरगना संजय भाटी, उसके जीजा बुआ के बेटे और चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। यह आदेश दादरी कोतवाली पुलिस को दिया गया है।
दिल्ली के रहने वाले संजीव ने अदालत को बताया कि उसकी मुलाकात अनिल मावी, मनोज और हिमांशु से हुई थी। अनिल मावी ने बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी का जीजा है। मनोज उसकी बुआ का बेटा है। इन तीनों लोगों ने वादी को संजय भाटी से मिलाया था। संजय भाटी ने स्कीम के बारे में जानकारी दी। उसे बहुत कम समय में पैसा दोगुना करके देने का वादा किया था। संजय भाटी का जीजा गाजियाबाद के गांव सिकरोनी का रहने वाला है। जिसके बाद संजीव ने इन लोगों को 32,09,200 रुपये 27 नवंबर 2018 को दिए थे। करीब एक साल तक कोई पैसा रिटर्न में नहीं दिया गया। जब संजीव ने पैसा वापस मांगा तो इन लोगों ने 30 नवंबर 2019 को नोबल कोऑपरेटिव बैंक नोएडा का एक चेक दिया। यह चेक 32,09,200 रुपये का था, लेकिन चेक बाउंस हो गया। संजीव का आरोप है कि उसका पैसा पूरी तरह इन लोगों ने जालसाजी करके हड़प लिया है। मामले में सुनवाई करने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दादरी पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
बुधवार को 17 जमानत याचिकाएं अदालत ने खारिज की
बुधवार को गौतमबुद्ध नगर जिला एवं सत्र न्यायालय ने बाइक बोट घोटाले से ताल्लुक रखने वाले आरोपियों की 17 जमानत याचिकाएं खारिज की हैं। अब तक पुलिस 30 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी गिरफ्तारी की है। इस घोटाले का मास्टरमाइंड संजय भाटी, उसकी पत्नी, भाई, भतीजे और कई रिश्तेदार इस वक्त जेल में बंद हैं।