'मेरे साथ जो हुआ वो किसी दूसरे राजेश के साथ न हो, बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें'

राजेश का संदेश : 'मेरे साथ जो हुआ वो किसी दूसरे राजेश के साथ न हो, बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें'

'मेरे साथ जो हुआ वो किसी दूसरे राजेश के साथ न हो, बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दें'

Tricity Today | राजेश भाटी

Greater Noida : युवा और सौम्य स्वभाव के धनी राजेश भाटी ने ग्रेटर के देहात में अच्छी और सस्ती शिक्षण संस्थाएं खड़ी करने का सपना देखा था। वह इस इलाके के गांवों में शहर जैसी सुविधाएं देना चाहते थे। सितंबर 2011 में असामयिक हत्याकांड में राजेश की जान चली गई, लेकिन उनका संदेश ऑक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल की वेबसाइट पर आज भी मौजूद है, जो झकझोर देता है। लिखा है, "मेरे साथ जो हुआ वो किसी अन्य राजेश कुमार के साथ न हो, इसलिए मेरा आप सभी अभिभावकों से निवेदन है कि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार अवश्य दें।"

यह संदेश राजेश कुमार की तरफ से स्कूल प्रबंधन ने वेबसाइट पर पोस्ट किया है। लिखा है, "मैं कुछ बातें अभिभावकों को कहना चाहूंगा। शिक्षा बहुमूल्य है, जो इसको प्राप्त करता है, वही जान सकता है। मेरे साथ जो हुआ वो किसी अन्य राजेश कुमार के साथ न हो, इसलिए मेरा आप सभी अभिभावकों से निवेदन है कि आप अपने सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार अवश्य प्रदान कराएं। क्योंकि मेरे साथ जो कृत्य हुआ वह शिक्षा और संस्कारों का ही आभाव था। दोस्तों! शिक्षा ही एक ऐसा मूलमंत्र है। जिसके जरिए आप अपने जीवन के वास्तविक मूल्यों को समझ सकतें हैं और पदभ्रष्ट रास्तों पर चलने से बच सकतें हैं। अपने क्षेत्र को विकसित कर सकतें है।"

आगे कहते हैं, "कुछ बाते मैं समाज के लोगों से भी कहना चाहूंगा। विचार एक ऐसी पद्धति है जिसके द्वारा हम जहां जैसा चाहें वैसा कर सकतें हैं। यही मेरी पद्धति थी। हमें अपने जीवन में अच्छे विचार रखने चाहिए। क्योंकि हमें किसी के जीवन को समाप्त करने का कोई अधिकार नहीं है। क्योंकि एक जीवन के पीछे काफी लोगों का जीवन जुड़ा होता है। यह कार्य समाज में सबसे अधिक हानिकारक और घातक है।"

ईश्वर से भी कुछ जरूर कहना चाहूंगा, माना कि ईश्वर तू सर्वशक्तिमान है लेकिन इतनी कम उम्र किसी भी व्यक्ति की अच्छी नहीं होती। क्योंकि उस पर काफी लोगों की जिम्मेदारी होती हैं, खासकर परिवारजनों की। विद्यालय प्रबंधन समिति से भी जरूर कुछ कहना चाहूंगा, जो मैंने इस क्षेत्र के लिए दीये जलाये थे, उसमे सौ बाती डालना चाहता था। लेकिन डाल न सका। मुझे बहुत दुःख है। आप और बाती भी न डाल सको न सही, लेकिन इन बातियों में घी बिल्कुल भी कम न होने देना। ताकि इन दीयों से मेरा क्षेत्र प्रकाशित होता रहे। जिसकी तमन्ना मेरे दिल में थी। विद्यालय प्रबंधन ने पिछले वर्ष मेरे जन्मदिवस पर नया दीपक खेडा मोहम्मदाबाद यमुना एक्सप्रेसवे पर जलाया है। उससे मैं बहुत खुश हूं। आशा करता हूं कि इसी प्रकार आप लोग दीपक जलाते रहेंगें। 

आपके हौसले के लिए श्री हरिवंशराय बच्चन की कुछ पंक्तियां आपको समर्पित करता हूं।
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।।
जब तक ना सफल हों, नींद-चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम।
कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।।


आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के हाईप्रोफाइल राजेश भाटी हत्याकांड में गुरुवार को मेरठ की जिला अदालत ने 3 लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। ग्रेटर नोएडा में संचालित होने वाले ऑक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल के संस्थापक और प्रबंधक राजेश भाटी व उनके दोस्त रामकिशोर की सितंबर 2011 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त यह हत्याकांड राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छा गया था। इस हत्याकांड में राजेश भाटी के भाई और पत्नी मजबूत पैरवी कर रहे थे। करीब 12 साल बाद राजेश भाटी और उनके परिवार को इन्साफ मिला है। उस वक्त इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर इस मामले को गौतमबुद्ध नगर से मेरठ ट्रांसफर किया गया था।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.