जिला कारागार में शुरू हुआ पेटीएम के जरिए बड़ा खेल, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर कैदियों को मिलेगी हर सुविधा

ग्रेटर नोएडा : जिला कारागार में शुरू हुआ पेटीएम के जरिए बड़ा खेल, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर कैदियों को मिलेगी हर सुविधा

जिला कारागार में शुरू हुआ पेटीएम के जरिए बड़ा खेल, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर कैदियों को मिलेगी हर सुविधा

Tricity Today | लुक्सर जेल

ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल में निरुद्ध कैदियों को नाजायज सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर एक किराना स्टोर का संचालक उनके परिजनों से अपने पेटीएम में मोटी रकम डलवा रहा है। इस बाबत जेलर ने थाना ईकोटेक- प्रथम में मुकदमा दर्ज कराया है।

पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि लुक्सर जेल के जेलर अजय कुमार सिंह ने थाना इकोटेक प्रथम पुलिस से शिकायत की है कि उनके यहां निरुद्ध कैदी अमनप्रीत पुत्र वीरेंद्र निवासी लुधियाना पंजाब और हरेंद्र पुत्र राजकुमार निवासी गौतम बुद्ध नगर ने लिखित में शिकायत दी है, कि जब वह अस्थाई जेल में क्वॉरेंटाइन थे, उस समय उनके परिजनों से रोहित बंसल जिसकी बिरौंडी गांव में बंसल किराना के नाम से दुकान है, उसने पेटीएम के माध्यम से पैसे डलवाए हैं। 

उनके परिजनों से कहा कि वह बंदियों को जेल के अंदर नाजायज सुविधा उपलब्ध कराएंगे। बंदियों ने पेटीएम द्वारा दी गई रकम की रसीद भी जेलर को उपलब्ध कराई। डीसीपी ने बताया कि इस मामले में जेलर की शिकायत पर रोहित बंसल के खिलाफ धारा 385 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। डीसीपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दुकानदार और जेल में कार्यरत कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा है। किराना स्टोर के संचालक का बेटा भी कुछ समय पूर्व जेल में बंद था। पुलिस को शक है कि उसी समय उसने उक्त सिंडिकेट को बनाया है।

इस मामले में लुक्सर जेल के सुपरिटेंडेंट भीमसेन मुकंद ने बताया कि जबसे उन्होंने कारागार में कार्यभार संभाला है, जेल के अंदर चल रही अनैतिक गतिविधियों पर उन्होंने लगाम लगा दिया है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च को जेल में नमकीन के सील बंद पैकेट में 455 ग्राम चरस आया था। उसे जेल प्रशासन ने पकड़ लिया था। जेल के अंदर बंद कुछ कैदी अपनी दबंगई के आधार पर जेल में निरुद्ध कमजोर कैदियों को तंग करके, उनसे रकम उगाही कर रहे थे। जिसकी सूचना पर उन्होंने सख्त कार्रवाई की और कुछ कैदियों का जनपद जेल से बाहर ट्रांसफर करवाया।

उन्होंने बताया कि जेल के अंदर चल रहे सभी अनैतिक कार्यों को बंद करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि जेल के कुछ कर्मचारी यहां निरुद्ध कैदियों के परिजनों से उनकी फोन पर बात करवाते थे। इस मामले में सख्त कार्रवाई की गई है। जेल की  एक महिला वार्डन सहित कई  के खिलाफ भी कार्रवाई  हुई है, जिसकी वजह से जेल में अपना सिंडिकेट चलाने वाले कैदी काफी परेशान हैं।

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