इन दोनों जगहों पर लिफ्ट और एस्केलेटर वाले एफओबी बनेंगे

ग्रेटर नोएडा के लोगों को मिलेगी राहत: इन दोनों जगहों पर लिफ्ट और एस्केलेटर वाले एफओबी बनेंगे

इन दोनों जगहों पर लिफ्ट और एस्केलेटर वाले एफओबी बनेंगे

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

शहर में ट्रैफिक बढ़ रहा है। जिसके चलते पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। आम आदमी की इस परेशानी को दूर करने के लिए कलेक्ट्रेट और जगत फार्म के सामने फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट पर मुहर लग गई है। प्राधिकरण की कंसल्टिंग एजेंसी राइट्स ने इसके डिजाइन पर मुहर लगा दी है। जनवरी के पहले सप्ताह में इसका टेंडर निकाला जाएगा। ये एफओबी बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर बनवाए जाएंगे। इन एफओबी में लिफ्ट और स्केलेटर भी लगेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इनका इस्तेमाल कर सकें।

शहर में कई जगहों पर सड़क पार करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक सर्वे कराया था। जिसमें सात जगहों पर एफओबी बनाने की जरूरत बताई गई थी। इसमें गौर चौक, सूरजपुर के पास, कलेक्ट्रेट के सामने, जगत फार्म के सामने, कैलाश अस्पताल के पास, परी चौक और होंडा कंपनी के सामने एफओबी बनाने की बात सामने आई थी। इसके लिए राइट‘स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) ने सर्वे कर अपनी रिपोर्ट थी। पहले चरण में शहर में दो एफओबी बनाए जाएंगे।

टेंडर से तय होगी कंपनी : कलेक्ट्रेट और जगत फार्म के सामने एफओबी बनाए जाएंगे। इनके डिजाइन राइट‘स एजेंसी ने मुहर लगा दी है। दोनों एफओबी बीओटी आधार पर बनवाए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इसके लिए जनवरी के पहले सप्ताह में टेंडर निकालेगा। टेंडर के आधार एजेंसी का चयन करके बीओटी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे लोगों को सड़क पार करने में आसानी रहेगी।

प्राधिकरण को नहीं खर्च करना पड़ेगा पैसा : बीओटी आधार पर एफओबी बनवाने में प्राधिकरण को पैसा भी नहीं खर्च करना पड़ेगा। जो कंपनी इसका निर्माण करेगी और विज्ञापन लगाकर अपना पैसा निकालेगी। इसके लिए प्राधिकरण समय तय करेगा कि विज्ञापन कितने समय तक लगाया जा सकेगा। एक एफओबी बनाने में 1.5 से 2 करोड़ रुपये तक खर्च होगा। एफओबी बनाने वाले कंपनी ही तय समय तक इसका अनुरक्षण भी करेगी।

आधुनिक सुविधाएं होंगी : एफओबी में सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। इसमें एस्केलेटर व लिफ्ट भी लगाई जाएगी। ताकि अधिक से अधिक लोग इसका इस्तेमाल कर सकें। इसके अलावा दिव्यांगों के लिए रैंप भी बनवाए जाएंगे। इसके अलावा इसके पास शौचालय भी बनवाए जाएंगे ।

परी चौक का डिजाइन नहीं आया पसंद : परी चौक पर बनने वाले एफओबी का डिजाइन बनाया गया था, लेकिन अभी इसमें कई और बदलाव की जरूतर है। अभी इसके डिजाइन में कई संशोधन किए जाने हैं। राइट‘स इस पर काम कर रहा है। नया डिजाइन बनने और उसके पास होने के बाद यहां पर एफओबी बनाया जाएगा।

दो एफओबी के डिजाइन फाइनल हो गए हैं। बीओटी आधार बनाए जाने वाले एफओबी के टेंडर अगले महीने निकाले जाएंगे।
- नरेंद्र भूषण, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

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