- शनिवार सुबह से ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा की मुख्य सड़कों और बस अड्डों पर भीड़ दिखाई दी
-यमुना एक्सप्रेसवे पर अचानक हजारों वाहनों के पहुंचने से लगा भीषण जाम
-परिवहन विभाग की अतिरिक्त बसें भी मुसाफिरों की संख्या के सापेक्ष नगण्य हैं
होली के रंगों में सराबोर होने हर कोई अपने घर-अपने गांव जा रहा है। इसकी वजह से शनिवार सुबह से ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा की मुख्य सड़कों, बस अड्डों और यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर लोगों की भारी भीड़ जमा रही। यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा पर सुबह से ही हजारों गाड़ियों की लंबी लाइन लगी रही। शहर के अंदर भी लोगों का हुजूम संभाले नहीं संभल रहा। नोएडा के मोरना बस स्टैंड, सेक्टर-62 स्टैंड और बोटैनिकल गार्डन-सेक्टर-37 (Botanical Garden) चौक पर मुसाफिर बसों का इंतजार करते दिखाई दिए। ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर घर जाने वालों की भीड़ जमा है।
बताते चलें कि वीकेंड होने की वजह से लोग शनिवार सुबह से ही होली का त्योहार मनाने घर के लिए निकलने लगे। इसका असर यमुना एक्सप्रेसवे और गौतमबुद्ध नगर के प्रमुख चौराहों, बस अड्डों और मुख्य मार्गों पर दिखाई दिखाई दिया। यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर टोल प्लाजा (Jewar Toll Plaza) पर आज सुबह से ही वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। शाम होने तक भी स्थिति पूरी तरह नहीं संभली है। नोएडा के सेक्टर-35 स्थित मोरना बस अड्डे पर मुसाफिरों की भीड़ के सामने बसों की संख्या नगण्य रही। लोग धक्का-मुक्की कर बसों में चढ़ते दिखाई दिए।
हर कोई किसी भी हालत में बस में घुसने की फिराक में था। यही हाल सेक्टर-37 चौक पर भी रहा। वहां भी हजारों की संख्या में यात्री घर जाने के लिए खड़े रहे और बसों का इंतजार करते रहे। बसें आई, लेकिन उनमें घुसने की जगह नहीं मिली। इससे लोगों में भारी निराशा रही। गाजियाबाद (Ghaziabad) से होते हुए मेरठ और वेस्ट यूपी के दूसरे जिलों में जाने वाली भीड़ सेक्टर-62 चौक पर जमा रही। वहां भी साधनों की कमी के चलते लोगों को घर जाने के लिए विकल्प नहीं मिल रहा था।
कमोबेश ऐसे ही हालात ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के परी चौक पर रहा। यहां भी लोगों का हुजूम जमा रहा। बसें नियमित समयांतराल पर आती रहीं, लेकिन उनमें बैठने के लिए जगह नहीं थी। यहां तक कि लोग एक दूसरे को ढकेल कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि परिवहन विभाग ने 25 मार्च से ही अतिरिक्त बसों का संचालन शुरू कर दिया है। बावजूद इसके लोगों की भारी भीड़ के सामने बसें कम पड़ रही हैं।
परिवहन विभाग 25 मार्च से होली स्पेशल रोडवेज बसें चला रहा है। ये विशेष बसें तीन अप्रैल तक चलाई जाएंगी। निगम ने अतिरिक्त बसें चलाने के साथ उनके फेरों की संख्या भी दोगुनी कर दी है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को घर पहुंचाया जा सके। हर रूट पर बसें एक-एक अतिरिक्त चक्कर लगा लगी रही हैं। ज्यादा भीड़भाड़ वाले रूट एटा, कासगंज, आगरा, मेरठ, मथुरा, बदायूं, नजीबाबाद, सहारनपुर और बरेली पर बसों की संख्या और फेरे बढाए गए हैं। लेकिन लोगों की भीड़ के आगे सारे नंबर धरे गए हैं।
कोरोना नियमों का नहीं हो रहा पालन
प्रशासन ने तय किया था कि कोरोना महामारी को देखते हुए जितनी सीटें होंगी, उतने ही यात्रियों को बस में बैठने दिया जाएगा। बिना मॉस्क और तापमान की जांच किए बस में यात्रियों को दाखिल नहीं होने दिया जाएगा। लेकिन लोगों की भीड़ के आगे सारे दावे फेल रहे। सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ाती भीड़ किसी भी तरह बस में घुसने पर आमादा है। सीटों की संख्या कौन गिने, हुजुम किसी तरह बस में घुसकर गांव जाना चाहती है।