पीएम मोदी ने की रामवीर तंवर की प्रशंसा, जानिए कौन है पोंडमैन के नाम से मशहूर यह इंजीनियर

मन की बात : पीएम मोदी ने की रामवीर तंवर की प्रशंसा, जानिए कौन है पोंडमैन के नाम से मशहूर यह इंजीनियर

पीएम मोदी ने की रामवीर तंवर की प्रशंसा, जानिए कौन है पोंडमैन के नाम से मशहूर यह इंजीनियर

Tricity Today | रामवीर तंवर

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के डाढ़ा गांव निवासी रामवीर तंवर मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करने लगे लेकिन तालाबों की सफाई ने उन्हें अपनी ओर खींच लिया। तालाबों की सफाई के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इसी काम में जुट गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश से "मन की बात" की। मन की बात में उन्होंने ग्रेटर नोएडा के डाढ़ा गांव के रहने वाले रामवीर तंवर का जिक्र किया। 

पीएम मोदी ने किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा, "लोग उन्हें पांड मैन के नाम से बुलाते हैं। स्वच्छता तभी बरकरार रह सकेगी, जब इस तरह से लोग काम करेंगे। दरअसल, रामवीर तंवर ने ग्रेटर नोएडा के केसीसी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। बीटेक करने के साथ ही वह अपने खर्च के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगे। ट्यूशन पढ़ाने के दौरान उन्होंने अपने गांव से तालाबों के आसपास की सफाई का काम शुरू किया। 

मल्टीनेशनल कंपनी से नौकरी छोड़कर बने पोंडमैन
पढ़ाई पूरी करने के बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में उनकी नौकरी लग गई लेकिन उनका मन तालाबों की सफाई में पहले से ही लगा रहा। शुरू में कई एनजीओ के साथ मिलकर काम किया। आखिरकार 2018 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूर्ण रूप से तालाबों की सफाई में जुट गए। 

कई जिलों में कर चुके है तालाबों की सफाई
रामवीर तंवर ने 2020 में अर्थ के नाम से अपना एनजीओ बना लिया। अब इसी के जरिए तालाबों की सफाई करा रहे हैं। रामवीर तंवर ने सबसे पहले गौतमबुद्ध नगर जिले के कुलीपुरा गांव के तालाब की सफाई कराई। इसके बाद से यह कारवां बढ़ता चला गया और अब तक जिले में 12, बुलंदशहर में दो, सहारनपुर में तीन और गाजियाबाद में 16 तालाबों की सफाई करा चुके हैं।

फाउंडेशन और एनजीओ से मिल रही मदद
रामवीर तंवर ने बताया कि वर्तमान समय में गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिले में काम चल रहा है। गाजियबााद के नायफल गांव के तालाब की सफाई कराई जा रही है। गौतम बुद्ध नगर जिले में रूपवास, सलेमपुर और रामपुर में तालाबों की सफाई का काम चल रहा है। तालाबों की सफाई के लिए फंड की जरूरत पड़ती थी। इसके लिए बड़ी कंपनियों से संपर्क किया और वह मदद करने लगीं। एचसीएल फाउंडेशन, ग्रीन यात्रा, स्लीप वेल फाउंडेशन आदि एनजीओ मदद कर रहे हैं।

2015 से की शुरुआत
रामवीर तंवर ने बताया कि यह काम वह 2015 से कर रहे हैं। अब यह जुनून बन गया है। शुरुआत में गांव में जल चौपाल से काम शुरू किया था। आज यह जल बचाओ, जीवन बचाओ तक पहुंच चुका है। यह काम अनवरत चलता रहेगा। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने मन की बात में उनका जिक्र किया है, इसके लिए वह प्रधानमंत्री का बहुत-बहुत आभार जताते हैं। ऐसे उत्साहवर्धन से काम करने में और मन लगता है।"

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