Greater Noida News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो मार्ट सेंटर में सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। यह आयोजन भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कार्यक्रम में दुनियाभर से कई प्रमुख सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनियों को आमंत्रित किया गया है।
इतनी देर ग्रेटर नोएडा में रहेंगे
प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर से एक्सपो सेंटर पहुंचेंगे और करीब एक घंटे 50 मिनट तक इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सोमवार को हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए सफलतापूर्वक ट्रायल किया गया। जिसमें सुरक्षा और लॉजिस्टिक व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की गई।
सुरक्षा व्यवस्था में एसपीजी और एटीएस की मुस्तैदी
प्रधानमंत्री के आगमन को ध्यान में रखते हुए एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) और एटीएस (एंटी-टेररिज्म स्क्वाड) ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। सुरक्षा के लिहाज से बम निरोधक दस्ते ने एक्सपो मार्ट और उसके आसपास के क्षेत्र की गहन जांच की है। इसके अलावा, एटीएस के कमांडो भी कार्यक्रम स्थल पर तैनात कर दिए गए हैं, जिससे सुरक्षा में कोई चूक न हो।
हेलीकॉप्टर की लैंडिंग का ट्रायल
प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के लिए सोमवार को एक सफल ट्रायल किया गया। हेलीकॉप्टर दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली से ग्रेटर नोएडा पहुंचा और हेलीपैड पर लैंडिंग की प्रक्रिया का निरीक्षण किया गया। बताया जा रहा है कि मंगलवार को भी वायु सेना के तीन हेलीकॉप्टर यहां आकर लैंडिंग का ट्रायल करेंगे। जिससे बुधवार को प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान किसी भी तरह की तकनीकी दिक्कत न हो।
यातायात व्यवस्था में बदलाव
कार्यक्रम के चलते ग्रेटर नोएडा की यातायात व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं। परी चौक के आसपास की सड़कों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए रोडवेज की बसों को एनआरआई सिटी की सर्विस लेन पर डायवर्ट किया गया है। साथ ही ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से भारी मालवाहकों को एक्सपो मार्ट की ओर आने पर रोक लगा दी गई है। यातायात विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें और पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
सेमीकॉन इंडिया का महत्व
गौतमबुद्ध नगर को सेमीकंडक्टर उद्योग का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। सरकार का उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना है। कार्यक्रम में उद्योग विशेषज्ञों के साथ-साथ वैश्विक कंपनियों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। जो भारत में निवेश और उत्पादन बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा करेंगे।